कोरोना को लेकर अब लोगों में डर और भय का माहौल नहीं है। सरकार की ओर से लगाई गई सभी पाबंदियां भी हट गई है। देश और राजस्थान में आ रहे कोरोना के नए आंकडों में भी कोरोना के नए पॉजिटिव मरीजों में लगातार कमी आ रही है। यही कारण है कि अब केन्द्र और राज्य सरकार भी कोरोना को लेकर कोई सख्ती नहीं बरत रही है।
पिछले दो सालों में कोरोना ने पूरे विश्व को तबाह कर दिया। जनवरी अंत तक आए कोरोना के नए मरीजों से ऐसा लग रहा था कि इस बार दोबारा से कोरोना का कहर देखने को मिलेगा। कोरोना से निपटने के लिए जहां सरकारी स्तर पर तैयारियां हो रही थी, वहीं आम आदमी भी डर के माहौल में था। लेकिन जनवरी के बाद के ढाई माह की स्थिति देखें तो अब कोरोना को लेकर सब निश्चिंत हैं। सभी ने मान लिया है कि अब कोरोना नहीं आएगा।
कोरोना को लेकर होने वाली भविष्यवाणियां भी अब नहीं हो रही है। लेकिन इसके विपरीत चीन के कुछ शहरों में कोरोना के नए पॉजिटिव लगातार सामने आ रहे हैं जो चिंता का विषय हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में कोरोना को लेकर अभी लापरवाही बरतना ठीक नहीं होगा। विशेषज्ञों ने भी इस बात को चेताया है।
लापरवाही नहीं बचाव जरूरी-
– मास्क लगाए, भीड़भाड़ से दूर रहे
– बंद जगह के स्थान पर वेंटिलेशन वाली जगहों का प्रयोग करें।
– सभी योग करें, प्राणायाम करें।
– वैक्सीन अवश्य लगवाएं।
– लाइफस्टाइल में हेल्थी भोजन, पौष्टिक और ताजा भोजन ले।
यह कहना विशेषज्ञों का-
जो नया वेरिएंट मिला है उसे हम झेल चुके हैं। इसलिए वैक्सीन लेने के कारण हम इस वेरियंट से बचे हुए है। लापरवाही नहीं कर वैक्सीन लगवाए और बंद जगहों से बचें तो यह वेरिएंट हमारा कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा।
पद्मश्री डॉ.शशांक आर जोशी, सीनियर एंडोक्राइनोलॉजिस्ट ,लीलावती अस्पताल मुंबई
मुझे लगता है कि वैक्सीन लेने से हमारे ऊपर कोरोना का खतरा कम हुआ है। वैक्सीन कोरोना का बचाव है।
डॉ.सुधीर भंडारी, कुलपति, आरयूएचएस