स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इस संबंध में केन्द्र सरकार को एक पत्र लिखा गया है। जिसमें इस महीने 80 लाख से ज्यादा वैक्सीन की डोज उपलब्ध करवाने की मांग की है। जुलाई में डेढ़ करोड़ डोज मांगी केन्द्र से, लेकिन मिली नहीं
जुलाई में भी वैक्सीन की कमी के कारण मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने केन्द्र सरकार को पत्र लिखकर प्रदेश की जरूरत को देखते हुए डेढ़ करोड़ डोज मांगी थी, लेकिन बार पत्र लिखने के बावजूद मांग पूरी नहीं हुई। राज्य सरकार ने केन्द्र सरकार से यह भी मांग की थी कि निजी अस्पतालों को आवंटित किया गया वैक्सीन का 25 प्रतिशत कोटा भी राज्य सरकार को ही दिया जाए और वहीं से निजी अस्पतालों को आवंटित हो, लेकिन यह मांग भी पूरी नहीं हुई।
राज्य में अब तक 16 फीसदी आबादी का हुआ टीकाकरण राजस्थान में 18 साल या उससे ज्यादा उम्र के 5.14 करोड़ से अधिक लोगों को टीका लगाना है। इनमें से अब तक 81.47 लाख आबादी का ही दोनों डोज का वैक्सीनेशन पूरा हुआ है, ये संख्या टीकाकरण के लिए चिन्हित आबादी का करीब 16 प्रतिशत है। 51.41 फीसदी आबादी को सिंगल डोज लग चुकी है। अब तक कुल 26478,522 लोगों वैक्सीन की कम से कम एक डोज लग चुकी है। राज्य में अब तक 3.46 करोड़ से ज्यादा डोज लग चुकी है।
देश में चौथे नंबर पर राजस्थान वैक्सीनेशन के मामले में राजस्थान देश में चौथे नंबर पर है। वर्तमान में सबसे ज्यादा वैक्सीन उत्तर प्रदेश में 5.32 करोड़ से अधिक को को डोज लगाई जा चुकी है। वहीं दूसरा नंबर महाराष्ट्र का है, जहां अब तक 4.63 करोड़ डोज लगी है। तीसरे नंबर पर 3.56 करोड़ डोज के साथ गुजरात है, जबकि चौथे नंबर पर राजस्थान है।