कांग्रेस संकट से जूझ रही है। एक के बाद एक राज्यों में चुनाव हार रही है। ऐसे में अब कांग्रेस वापसी की कोशिश में लगी हुई है। कांग्रेस नेता पांच राज्यों में होने वाले चुनाव एक अवसर की तरह देख रहे हैं। केरल, असम और तमिलनाडू में कांग्रेस को वापसी की संभावना दिख रही है। इसके चलते पार्टी वरिष्ठ नेताओं को चुनाव में भरपूर उपयोग करने में जुट गई है। वहीं केरल के वायनाड से राहुल गांधी सांसद है।
ऐसे में केरल के विधानसभा चुनाव से उनकी प्रतिष्ठा भी जुड़ गई है। यही वजह है कि गुजरात में राहुल के साथ आक्रमक प्रचार करने वाले गहलोत को केरल की जिम्मेदारी दी गई है। गहलोत यहां पर प्रभारी महासचिव तारिक अनवर से समन्वय स्थापित करने के साथ चुनाव प्रचार प्रबंधन को भी देखेंगे। गहलोत के साथ ल्यूजनियो फलेरो और जी.परमेशवरा को पर्यवेक्षक लगाया गया है।
-छग सीएम बघेल को असम की जिम्मेदारी
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को असम की जिम्मेदारी दी गई है। उनके साथ महासचिव मुकुल वासनिक और शकील अहमद खान को लगाया गया है। वहीं तमिल नाडू और पुडुचेरी में वरिष्ठ नेता एम.वीरप्पा मोइली, एमएम पल्लम राजू और नितिन राउत को लगाया गया है। जबकि पश्चिम बंगाल में बी.के.हरिप्रसाद, आलमगीर आलम और विजय इंद्र सिंगला को पर्यवेक्षक लगाया गया है।