दलहन और तिलहन बुवाई के रकबे में गिरावट
चिरोंजी के दाम इस साल होंगे नई ऊंचाइयों परचिरोंजी व्यापारी उमेश अग्रवाल ने बताया कि उत्पादक मंडियों में नई चिरोंजी की आवक अप्रेल में ही शुरू हो गई थी। हालांकि इन दिनों भारी बारिश के चलते चिरोंजी में ग्राहकी समर्थन नहीं मिल रहा है। लिहाजा चिरोंजी में अपेक्षित तेजी नहीं आ सकी है। पैदावार एवं स्टॉक को देखते हुए चिरोंजी की कीमतें बारिश के बाद तेजी से बढ़ेंगी। लिहाजा कहा जा सकता है कि चिरोंजी के भाव दो माह बाद ही 1400 रुपए प्रति किलो तक पहुंच सकते हैं। गौरतलब है कि सीजन के प्रारंभ में बाजार चलने के बाद एक महीने तक चिरोंजी के भाव एक माह तक स्थिर रहे थे। उसके बाद बाजार फिर से चलने लगा था। इस बार चिरोंजी का पुराना स्टॉक बिल्कुल नहीं बचा है।