परीक्षा आज सवेरे आयोजित की गई थी। पुलिस और एनआईए से जुड़े अफसरों का मानना है कि परीक्षा में पूरे के पूरे गिरोह ने ही सेंध लगाई है और अब परीक्षा के अस्तित्व पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। हांलाकि परीक्षा के दुबारा आयोजन के लिए फिलहाल एनआईए के अफसर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं।
36 पदों के लिए हुई थी परीक्षा जयपुर के पांच सेंटर्स पर
दरअसल एमटीएस यानि मल्टी टास्क वर्क करने के लिए राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान की ओर से 36 पदों के लिए परीक्षा का आयोजन किया गया था। नियमों के अनुसार ये पद पिछले दिनों निकाले गए थे और इन पदों के लिए प्रदेश भर से 2200 सें भी ज्यादा अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। आज तय शेड्यूल के अनुसार परीक्षा का आयोजन सुबोध काॅलेल, राजस्थान, महाराजा, काॅमर्स काॅलेज में किया गया था। चार काॅेलेज में पांच सेंटर्स दिए गए थे और यहां चैकिंग के दौरान फर्जी छात्र पकडे गए।
किसी के पास ब्लू टूथ मिला तो किसी की पहचान फर्जी
एनआईए के पदाधिकारी संजीव शर्मा ने बताया कि राजस्थान काॅलेज से चार, महाराजा काॅलेज से एक और सुबोध काॅलेज से एक छात्र पकडा गया। कोई ब्लू टूथ के साथ पकडा गया तो किसी के पहचान पत्र फर्जी पाए गए। इस दौरान हमने पुलिस को सूचना दे दी। दो से तीन बार चैकिेंग की गई और इस चैकिंग के दौरान अब तक छह छात्रों को पकडा गया है। सभी के असली दस्तावेज और पहचान के बारे में पुलिस पडताल कर रही है। इन छात्रों में हरियाणा, झारखंड और छत्तीसगढ़ के छात्र हैं जो दूसरे की जगह परीक्ष देते हुए मिले।