रेल राज्य मंत्री बिट्टू ने सोमवार को जगतपुरा स्थित शूटिंग रेंज में रेलवे की ओर से आयोजित शूटिंग चैंपियनशिप के दौरान पत्रकारों से बातचीत में कहा कि
राहुल गांधी यह चाहते हैं कि सिख फिर से हथियार उठा लें। हमारे युवा भड़क जाएं।
अशोक गहलोत से पूछ लो कि किसे रोका जा रहा है। मैंने बयान इसलिए दिया क्योंकि इंदिरा गांधी ने दरबार साहिब पर हमला किया। राजीव गांधी के राज में हजारों सिखों को मारा गया और अब यह तीसरी पीढ़ी है।
बिट्टू ने कहा कि पगड़ी और सिख को जो इज्जत मिलती है। वो किसी को नहीं मिलती, लेकिन ये हरियाणा चुनाव के चलते ऐसा कर रहे हैं। क्योंकि यहां पर 25-30 सीटों पर सिखों का प्रभाव है। इसलिए ऐसा माहौल पैदा किया जा रहा है।
मेरे से ज्यादा राहुल गांधी को कौन जानता है- बिट्टू
बिट्टू ने राहुल गांधी पर दिए गए बयान पर कहा कि उन्हें तकलीफ है तो मुझसे आकर बात करें। मैं उनसे ही मिलने आया हूं। मेरे से ज्यादा राहुल गांधी को कौन जानता है? इसमें न कांग्रेस न भाजपा की बात है। यह केवल सिखों की बात है। सीआईएसएफ का डीजी पंजाब का सिख है, वायुसेना के चीफ सिख हैं और मैं आपके सामने बैठा हूं। क्या वो सब पग नहीं बांध रहे।
40.50 करोड़ की लागत से बनेगा इंडोर स्टेडियम
उत्तर पश्चिम रेलवे खेलकूद संघ के तत्वावधान में सोमवार को जगतपुरा स्थित शूटिंग रेंज में पांच दिवसीय 57वीं अंतर रेलवे निशानेबाजी प्रतियोगिता शुरु हुई। उद्घाटन मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने किया। उन्होंने कहा कि जयपुर में रेलवे कॉलोनी में 40.50 करोड़ रुपए की लागत से इंडोर स्टेडियम बनाया जाएगा।
‘असली कुर्सी तो केजरीवाल की है’
मंत्री बिट्ट ने दिल्ली की नवनियुक्त मुख्यमंत्री आतिशी को लेकर कहा कि उन्होंने अपने ऑफिस में अलग कुर्सी रखकर मान लिया कि वो तो केवल डमी हैं। असली कुर्सी तो केजरीवाल की ही है। इसलिए अलग कुर्सी लगाई। मंत्री के काफिले को दिखाए काले झंडे
इधर, केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू के जयपुर दौरे के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सीबीआई फाटक के पास प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने जगतपुरा शूटिंग रेंज के पास बिट्टू के काफिले को काले झंडे भी दिखाए। पुलिस ने शहर कांग्रेस अध्यक्ष आर आर तिवाड़ी, प्रदेश महामंत्री जसवंत गुर्जर, प्रवक्ता स्वर्णिम चतुर्वेदी सहित सौ से अधिक कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। अलग-अलग थानों में रखे गए कार्यकर्ताओं को बाद में छोड़ दिया गया। वहीं कुछ कार्यकर्ताओं को बस्सी ले जाकर शाम को छोड़ा गया।
गहलोत-डोटासरा ने की निंदा
कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिए जाने की पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा ने निंदा की है। गहलोत ने कहा कि काले झंडे दिखाना, नारेबाजी करना लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा है। डोटासरा ने कहा कि शांतिपूर्ण विरोध कर रहे कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेना गलत है।