दरअसल, संबोधन के दौरान एक बात का ज़िक्र करते हुए वे अपनी उम्र की बात छेड़ दी। सीएम गहलोत ने कहा कि ये बात बहुत पुरानी है… जो बुजुर्गों को ही पता होगी। फिर वे बोले, ‘मैं भी बुजुर्ग हो गया हूं, 72 साल का।’ ये कहने के बाद सीएम गहलोत ने मंच पर ही बैठे पूर्व सांसद गजसिंह की तरफ देखा और कहा कि आप भी 75 के हो गए हैं।
चुनाव में पहली जीत को किया याद
राजस्थान के मुख्यमंत्री ने अपनी पहली चुनावी जीत को याद करते हुए तब का अनुभव भी साझा किया। उन्होंने कहा कि आपका प्रथम सेवक अशोक गहलोत आपके आशीर्वाद से ही आगे तक पहुंचा है। जब मैं पहला चुनाव जीता था, तब आप में से बहुत कम लोग बुजुर्ग अभी बैठे होंगे जिन्हें मालूम होगा क्या माहौल था उस वक्त।
सीएम गहलोत ने कहा जब पहली बार 29 साल की उम्र में एमपी बना दिया, तब जब मैं घंटाघर आया तब आप लोगों ने शानदार जुलूस निकाला। तब मैंने वहां भाषण में कहा था कि जिंदगी में मैं पहली बार एमपी बन गया हूं और मैंने गांव-गांव में जाकर आपसे वादे किए थे। अब मैं चुनाव जीतने के बाद आपके बीच आता जाता रहूंगा, कोई कमी नहीं रखूंगा। आपकी समस्या का समाधान करने का प्रयास करूंगा।
गहलोत ने कहा, ‘मैंने कोई कमी नहीं रखी। मैंने कहा विकास में भागीदार रहूंगा तो जोधपुर में विभाग विकास की गंगा बही। अगर मीडिया वाले रिसर्च भी करें तब मालूम पड़े विकास किसे कहते हैं। जोधपुर क्या था क्या बन गया?