कच्ची बस्ती होगी प्रभावित, चुनौती कम नहीं दुर्गा विहार कॉलोनी जेडीए ने वर्ष 2006 में अनुमोदित की हुई है। इसके सामने हिस्से (नाले के दूसरी साइड) में कच्ची बस्ती है, जो नगर निगम परिधि क्षेत्र में है। इन कच्ची बस्ती के करीब 30 मकान प्रभावित होंगे। मौजूदा स्थिति में इन्हें हटाना भी किसी चुनौती से कम नहीं होगा। कारण, नगर निगम ने भी इन्हें कच्ची बस्ती के पट्टे दिए हुए हैं। हालांकि, पट्टों पर अंकित है कि जब भी जनहित में जरूरत होगी तो वह पट्टा निरस्त कर जमीन ले सकते हैं। बताया जा रहा है कि कच्ची बस्ती के ज्यादातर लोग कांग्रेसी वोटर हैं। यह मामला लम्बे समय से लंबित था। इस पर किसी तरह का निर्णय नहीं हो पा रहा था। दुर्गा कॉलोनीवासी भी कई बार अफसरों से मिल चुके हैं। इस इलाके में नदी की चौड़ाई 150 फीट है। इसके बाद से सेना का इलाका शुरू होता है।