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यू-डाइस कोड भरने में आगे अजमेर टॉप पर

नोटिस मिलने के बाद जागे स्कूलराजस्थान में जयपुर तीसरे नंबर पर96.87 फीसदी डाटा किया गया फीडशिक्षा विभाग की नीति निर्धारण के लिए जरूरी है यू.डाइस

जयपुरJul 02, 2021 / 02:59 pm

Rakhi Hajela



जयपुर, 2 जुलाई
यू डाइस कोड के मामले में पूरे प्रदेश में अजमेर सबसे आगे है, जबकि राजधानी जयपुर का तीसरे नंबर पर रहा है। गौरतलब है कि केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से एक माह से संचालित यू.डाइस प्लस पोर्टल पर यू.डाइस डाटा 2020-21 का कार्य ऑनलाइन संचालित किया जा रहा है। जिसमें सरकारी और निजी स्कूलों को अपने यहां सुविधाएं, संसाधन, शिक्षक संख्या और बच्चों का नामांकन आदि भरना है। इसमें स्कूल में नामांकन की स्थिति, शून्य नामाकंन, शून्य अध्यापक वाले स्कूल, विशेष बच्चों का नामांकन, व्यवसायिक शिक्षा से संबंधित स्कूल, कक्षा कक्ष की स्थिति टॉयलेट्स पीने के पानी की व्यवस्था, खेल मैदान, बिजली की व्यवस्था आदि की जानकारी ऑनलाइन देनी होती है।
नोटिस थमाने का असर आया नजर
शिक्षा विभाग ने गत 2 जून को वीसीए व्हाट्सअप और दूरभाष सहित अनेक माध्यमों से इन ब्लॉकों को यू.डाइस प्लस पोर्टल पर जानकारियां अपलोड करने के निर्देश दिए थे लेकिन इसके बाद भी शिक्षा विभाग के सीबीईओ कार्यालयों ने ढिलाई दिखाई ऐसे में प्रदेश के उदयपुर सहित कई जिलों में मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों को नोटिस थमाया गया। नोटिस मिलने का असर प्रदेश के अन्य जिलों पर नजर आया है और उसी का नतीजा है कि यू.डाइस पोर्टल पर डाइस की फीडिंग का काम 96.87 फीसदी पूरा हो चुका है। एक सप्ताह पूर्व जयपुर डाटा अपलोड करने के मामले में 17वें नंबर पर था जो अब तीसरे नंबर पर आ गया है। इसी प्रकार अजमेर जो 27वें नंबर पर था वह अब पहले नंबर पर है। प्रदेश के कुल 107505 स्कूलों में से 2616 स्कूलों ने पोर्टल पर जानकारी अपलोड नहीं की जबकि 2691 स्कूल फीडिंग का काम अभी कर रहे हैं।
नीति निर्धारण के लिए जरूरी है यू.डाइस
यू.डाइस प्लस यानी यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इन्फॉर्मेशन सिस्टम केंद्र सरकार की ओर से विकसित सूचना संकलन प्रणाली है, इसे शॉर्ट में यू.डाइस कहा जाता है। इसके माध्यम से सरकार हर जिले की शिक्षा से संबंधित आंकड़े एकत्र करती है और उनके आधार पर नीति निर्धारण किया जाता है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय का स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग यह काम करता है। इसकी शुरुआत 2012-13 में हुई थी। यह राजस्थान सहित देश के 1.5 मिलियन से अधिक स्कूलों,8.5 मिलियन शिक्षकों और 250 मिलियन बच्चों को कवर करने वाले स्कूल शिक्षा पर सबसे बड़े प्रबंधन प्रणाली में से एक है।
यह है प्रदेश के विभिन्न जिलों की स्थिति
जिले का नाम कुल स्कूल एंट्री पूरी आंकड़े प्रतिशत में
बारां 2208 2207 99.95
अलवर 5214 5211 99ण्94
जयपुर 9223 9209 99.85
सीकर 3579 3565 99.61
दौसा 2595 2568 98.96
डूंगरपुर 3127 3090 98.82
बूंदी 1878 1855 98.78
झालावाड़ 2258 2230 98.76
भीलवाड़ा 4095 4044 98.75
श्रीगंगानगर 3043 3000 98.59
सिरोही 1415 1395 98.59
सवाई माधोपुर 1995 1961 98.3
टोंक 2540 2490 98.03
धौलपुर 1850 1812 97.95
बांसवाड़ा 3843 3749 97.55
झुंझुनू 2775 2704 97.44
भरतपुर 3303 3207 97.09
राजसमंद 2268 2198 96.91
चित्तौड़ 2597 2506 96.5
जोधपुर 5919 5707 96.42
हनुमानगढ़ 2087 2008 96.21
प्रतापगढ़ 2021 1943 96.14
नागौर 4895 4699 96.0
बाड़मेर 5751 5509 95.79
बीकानेर 3530 3380 95.75
करौली 2244 2139 95.32
अजमेर 3379 3216 95.18
जालौर 2747 2611 95.05
चूरू 2615 2468 94.38
कोटा 2356 2163 91.81
उदयपुर 5465 2015 91.71
जैसलमेर 1744 1536 8807

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