बीकानेर में 31 अक्टूबर को औषत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एयूआइ) 347 के स्तर पर पहुंच गया, जो बेहद खराब है। वहीं 19 शहरों में औषत वायु गुणवत्ता का स्तर खराब रहा। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की ऑनलाइन डाटा मॉनिटरिंग के अनुसार प्रदेश में दिवाली पर राजधानी जयपुर सहित अजमेर, भरतपुर, भिवाड़ी, चित्तौड़गढ़, चूरू, दौसा, धौलपुर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, जालौर, झुंझुनूं, करौली, नागौर, पाली, सीकर, श्रीगंगानगर, टोंक व उदयपुर की हवा खराब रही, इन सभी शहरों का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एयूआइ) 250 से 300 के बीच रहा।
वहीं बीकानेर में 24 अक्टूबर को एयूआइ 197 था, वह दिवाली पर 31 अक्टूबर को बढ़कर 347 तक पहुंच गया। हालांकि एक नवंबर को यह घटकर 302 तक आ गया। 31 अटूबर को जयपुर के मुरलीपुरा क्षेत्र का भी एयूआइ 309 और भिवाड़ी में रीको एरिया का एयूआइ 308 तक पहुंच गया। स्वस्थ लोगों के लिए भी यह हवा खराब होती है।
2 नवंबर को कई शहरों में हुआ सुधार, लेकिन श्रीगंगानगर में बिगड़ा
एयूआइ का स्तर दिवाली के बाद कई शहरों में सुधार पर आ गया। 2 नवंबर को जयपुर में 242, भिवाड़ी में 218, भरतपुर में 237, चूरू में 179, धौलपुर में 188, जैसलमेर में 150, जालोर में 164, झुंझुनूं में 164, सीकर में 200, बीकानेर में 236 और श्रीगंगानगर में 332 एयूआइ रहा। इससे पहले 31 अक्टूबर को भीलवाड़ा की हवा संतोष जनक रही। इस दिन यहां का एयूआइ 100 रहा। एक नवंबर को भी राजसमंद और भीलवाड़ा की हवा संतोष जनक रही।