आप राजस्थान के सह प्रभारी खेमचंद जागीरदार के अनुसार दिल्ली और पंजाब के बाद हरियाणा, गुजरात, यूपी, गोवा समेत कई राज्यों में पार्टी मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है। इसी क्रम में आप पार्टी राजस्थान पर भी पूरा फोकस कर रही है। पार्टी पदाधिकारियों, नेताओं और कार्यकर्ताओं से प्रदेश में भी पार्टी को मजबूत बनाने के लिए काम करने का आह्वान किया गया है।
इन मुद्दों को पुरज़ोर तरीके से उठाएगी पार्टी
आप राजस्थान के सह प्रभारी खेमचंद के अनुसार पार्टी के कार्यकर्ता बिजली-पानी की दरों, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, प्रदेश की लचर स्वास्थ्य एवं शैक्षणिक स्थिति को मुद्दा बनाकर जनता के बीच जाएंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली में पार्टी की सरकार ऐसे ही जनहित के मुद्दों के आधार पर जनप्रिय बनी है।
कांग्रेस-भाजपा का विकल्प चाह रही जनता
उन्होंने कहा कि दिल्ली में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं अन्य राज्यों के लिए मिसाल बनी हुई हैं। बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं फ्री उपलब्ध कराई जा रही है। यह मांग अब दूसरे राज्यों में होने लगी है। ऐसे में राजस्थान के पदाधिकारी इन मुद्दों को पुरजोर तरीके से उठाकर जनता का विश्वास जीतेंगे। उन्होंने कहा कि राजस्थान की जनता भाजपा और कांग्रेस का विकल्प तलाश रही है। पार्टी को जनता की उम्मीदों पर खरा उतरना चाहिए।
निष्क्रीय पदाधिकारियों की होगी छुट्टी
जगीरदार ने संकेत दिए कि जो पदाधिकारी निष्क्रिय हैं उन्हें बदला जाएगा। प्रदेश पदाधिकारियों के कामकाज की समीक्षा करके जल्द ही इस बारे में निर्णय लिया जाएगा। इसी तरह का बदलाव अग्रिम संगठनों में संभावित है।
महिला-यूथ विंग पर फोकस
पार्टी के प्रदेश सचिव देवेन्द्र शास्त्री ने बताया कि जिन ज़िलों में अब तक जिला कार्यकारिणी गठित नहीं हुई है वहां जल्द ही निर्णय लेकर संगठन को मजबूत बनाया जाएगा। इसी तरह महिला विंग और यूथ विंग को भी मजबूत किये जाने की कोशिशें की जा रही हैं। पार्टी में इन दोनों वर्गों को ज्यादा से ज्यादा जोड़ने और उन्हें सक्रिय रखने पर जोर दिया जा रहा है।
प्रदेश मीडिया प्राभारी योगेंद्र गुप्ता ने बताया कि अन्य पार्टियों की तर्ज़ पर आप राजस्थान में भी एससी-एसटी विंग, माइनॉरिटी विंग बनाये जा रहे हैं।