कोमल चंदेल रविवार सुबह सवाई माधोपुर से अपनी नानी के यहां जयपुर आई थी। सोमवार को उसकी बैंक की परीक्षा थी। रविवार शाम मौसम अच्छा था तो, कुछ देर के लिए घर से निकली। वॉच टावर की सीढियों पर आकर बैठ गई। कुछ ही देर में सीढियों से पत्थर गिरने लगे, खुद को संभालती इतने में एक पत्थर सिर पर लगा और बेहोश हो गई।
कोमल ने बताया कि होश आया तो पता चला अस्पताल में थी। मायूस चेहरे के साथ कोमल बोलीं, परीक्षा की पूरी मेहनत खराब हो गई, पर मैं हारूंगी नहीं, फिर से मेहनत करूंगी। जुर्माना देकर पहुंची बेटी के पास
सिर पर हाथ सहलाते कोमल की मां बोली, हादसे की सूचना मिलते ही बेहोश हो गई थी। पूरी रात सो नहीं पाए। सुबह जयपुर आने के लिए स्टेशन पहुंचे तो, वहां रिजर्वेशन नहीं हुआ। बेटी के बिना बेचेन हो रही थी, बिना टिकट ही बेटे को लेकर ट्रेन में बैठ गई। जुर्माना भी भरा। बेटी को देखा तब खुद को संभाल पाई हूं। शुक्र है भगवान है वो बच गई। चेहरे पर सिर में चोट लगी है।
गौरतलब है कि आमेर में रविवार शाम महल के सामने स्थित रियासतकालीन वॉच टावर पर बिजली गिरी थी। हादसे में 11 लोगों की जान चली गई, जबकि सोलह लोग घायल हो गए। सभी घायलों का एसएमएस अस्पताल में इलाज चल रहा है। उनकी हालत अब पहले से बेहतर है।