प्रबंध निदेशक पुरुषोत्तम शर्मा ने बताया कि निगम में वाहन निरीक्षण व्यवस्था को प्रभावी बनाने और निगम के राजस्व में वृद्धि के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अधिकतर निरीक्षक वाहन निरीक्षण के दौरान बिना टिकट यात्रियों से अधिभार राशि की वसूली नहीं करते हैं।
ऐसे में पुराने आदेशों को संशोधित करते हुए अब बिना टिकट यात्रा करते हुए पाए जाने पर यात्री से भाड़े का 10 गुना या 2000 रुपए, जो भी कम हो, राशि वसूली जाएगी। इसके साथ ही, निरीक्षण कार्य करने वाले कार्मिकों के लिए प्रतिमाह 36 हजार रुपए अधिभार राशि वसूलने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
सात कर्मचारियों पर कार्रवाई
रोडवेज प्रबंधन अब बिना टिकट यात्रियों और भ्रष्टाचार में लिप्त कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कदम उठा रहा है। पुरुषोत्तम शर्मा ने बताया कि विभिन्न आगारों में बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्रियों और भ्रष्टाचार में लिप्त पाए गए 7 कर्मचारियों पर कार्रवाई की गई है।
विद्याधर नगर, बारां, अनूपगढ़ और लोहागढ़ आगार के चार परिचालकों को वाहन निरीक्षण के दौरान बिना टिकट यात्रा करवाने के गंभीर मामलों में अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए निलंबित किया गया है। इसके अलावा, दिल्ली आगार के दो सहायक यातायात निरीक्षकों और मत्स्य नगर आगार के एक परिचालक को पदस्थापन आदेशों की प्रतीक्षा में रखा गया है।