इससे पहले प्रात:कालीन सत्र में देव प्रतिमाओं का अभिषेक विधान संपन्न हुआ। 160 से अधिक चाँदी के कलशों सहित पीतल और मिट्टी के 1008 कलशों में भरे पंचामृत और सुगंधित द्रव्यों से मंत्रोच्चार के मध्य भगान का महा अभिषेक किया गया। भक्तों ने कलश के साथ मंदिर की परिक्रमा कर गर्भ गृह में स्थापित देव प्रतिमाओं के साथ साथ उत्सव प्रतिमाओं का अभिषेक किया। महा अभिषेक में सैकड़ों की संख्या में भक्तों ने भाग लिया। शनिवार सुबह हुए सुप्रभातम, नित्य आराधना , वेदपारायण मंगलाशासनम, बालभोग वितरण किया गया।
श्री बालाजीमंदिर(Lord Balaji Temple) के वार्षिक महोत्सव के तीसरे दिन आज यानि गुरुवार को सुबह 10 बजे से महिलाओं हेतु कुमकुम पूजा विधान संपन्न किया जा रहा है। रविवार सुबह सुप्रभात पूजा के बाद पूजा मंडप में भगवान को फूलों से अलंकृत कर महिलाएं सामूहिक रूप से मंदिर परिसर में कुमकुम पूजा करेंगी। कुमकुम पूजा के लिये टेंपल कमेटी की ओर से महिलाओं को पूजा सामग्री दी जायेगी। श्री बालाजी मंदिर (Lord Balaji Temple)के प्रधानाचार्य श्रीकांताचार्युलू ने बताया कि महिलाएं अपने सुहाग एवं परिजनों के सुदीर्घ, समृद्ध एवं स्वस्थ जीवन की कामना लिए कुमकुम पूजा करतीं हैं।