महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अतुल त्रिवेदी ने बताया कि हर साल 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के तौर पर मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों को मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर जागरूक करना और मानसिक बीमारियों के बारे में जानकारी प्रदान करना है।
प्रो. ठाकुर ने कहा कि सभी लोगों के लिए अपने शारीरिक स्वास्थ्य की ही तरह से मानसिक सेहत का ख्याल रखना भी जरूरी है। दोनों स्वास्थ्य एक दूसरे पर निर्भर होते हैं, यानी अगर आप स्ट्रेस-एग्जाइटी जैसी मानसिक समस्याओं के शिकार हैं, तो इसका असर शारीरिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करने वाले हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि कोविड काल के बाद मानसिक स्वास्थ्य पर असर अधिक देखने को मिला। वर्तमान जीवनशैली में दबाव, चिंता और किसी तरह की परेशानी के कारण लोग मानसिक बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। इस अवसर पर सचिन राजपूत, किरण साहू, पुष्पा जैन एवं श्रद्धा शास्त्री पाठक उपस्थित रहे।