Opreation Prahar-2 : मुठभेड़ में ढेर नक्सली इन हथियारों के साथ रहते थे सक्रिय
बीजापुर. जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र से करीब सात किलोमीटर की दूरी पर पुलिस ने ऑपरेशन प्रहार-2 के तहत 3 माओवादियों को रविवार को मार गिराया था। नक्सलियों को मार गिराने के लिए पुलिस का ये सर्च अभियान अभी तक जारी है। ज्ञात हो कि, बीजापुर जिला मुख्यालय से मात्र सात किलो मीटर की दूरी पर डीआरजी एवं एसटीएफ के जवानों की एक संयुक्त टुकड़ी नक्सल विरोधी अभियान के तहत मनकेली के जंगलों में दो दिन पहले सर्चिंग मेें निकली हुई थी। तभी रविवार को पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। जिसमें तीन नक्सली मारे गए। बताया जा रहा है कि, घटनास्थल से पुलिस को एक इंसास राइफल एक एसएलआर व एक भरमार सहित अन्य नक्सली सामान भी बरामद किया था। मुठभेड़ के बाद पुलिस शवों एवं सभी सामानों सहित पुलिस मुख्यालय पहुंचाया गया था।
नक्सलियों के बैनर में जिक्र है यह बात, पुलिस के साथ जनता न करें सवारी, जान का है खतरासर्चिंग के दौरान हुई थी मुठभेड़ जवानों की टीम सर्चिंग करने के बाद जब वापस आ रही थी तो जैसे ही मनकेली के जंगलों में पहुंची वैसे ही घात लगाए नक्सलियों ने जवानो पर हमला बोल दिया। जवानों को कुछ समझ आता इससे पहले नक्सलियों ने फायरिंग चालू कर दी, जवानों ने भी तत्परता दिखाई और अपने को बचाते हुए पेड़ो की आड़ लेकर नक्सलियों के फायरिंग का मुंह तोड़ जवाब दिया और तीन खूंखार नक्सलियों को मार गिराने में सफलता हासिल की है।
खून के प्यासे बन गए जब सगे पिता-पुत्र, एक को गंवानी पड़ी अपनी जान, पढ़ें पूरी खबरमुठभेड़ में मारे गए शवों की हुई शिनाख्ती मुठभेड़ में मारे गए तीनों शवों को रविवार की शाम को पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए मुख्यालय भेजा गया था। तब तक शवों की शिनाख्त नही हो पाई थी, लेकिन सोमवार को शवों की शिनाख्त परिजनों द्वारा किया गया। जिसमें सोनु कोरसा उर्फ मोटु काकी कोरमा जनमिलिशिया कमांडर, मनकू ताती जनमिलिशिया सदस्य पेद्दाकोरमा व गुड्डू ताती जनमिलिशिया सदस्य पेद्दाकोरमा के रूप में शिनाख्ती की गई।
ब्रेकिंग : ऑपरेशन प्रहार-2 जैसा जोश दिखा बीजापुर के जवानों में, 3 नक्सली को किया ढेरइन हथियारों के साथ इलाके में थे सक्रिय सोनु कोरसा इंसास रायफल लेकर दलम में घूमता था और सलवा जुडूम के समय से दलम में शामिल हुआ था। जबकि मनकू 303 रायफल के साथ दलम में शामिल था वो पिछले 5 साल से सक्रियता से जनमलेशिया दलम में शामिल था। गुड्डू ताती भी 5 साल से दलम में सक्रियता से भरमार बन्दूक पकड़कर जंगलो में काम करता था। परिजन सुबह से ही जिला अस्पताल शव लेने पंहुचे हैं। शिनाख्ती की कोतवाली निरीक्षक नितिन उपाध्याय ने की है पुष्टि।