CG News: उच्च शिक्षा में यह आंकड़े चिंताजनक
बस्तर में ट्रेंड रहा है कि रेगुलर छात्रों से ज्यादा प्राइवेट छात्र परीक्षा देते हैं लेकिन इस साल यह ट़्रेंड टूट गया है। इस साल कॉलेजों में प्राइवेट के छात्र भी सेमेस्टर पद्धति से परीक्षा देंगे। साथ ही अन्य कई नियम प्राइवेट छात्रों के लिए जोड़े गए हैं। नए नियम छात्रों को रास नहीं आ रहे हैं और वे अब प्राइवेट छात्र के रूप में पढ़ाई करने से दूर हो रहे हैं। आंकड़े बताते हैं कि पिछले साल बस्तर विवि के संबद्ध 53 कॉलेजों में जहां 15 हजार से ज्यादा नए
छात्रों ने प्राइवेट का फॉर्म भरा था तो वहीं इस साल यह आंकड़ा अब तक 6 हजार पर ही अटका हुआ है।
आज फॉर्म जमा करने की अंतिम तिथि है और माना जा रहा है कि 500 से 1000 छात्र ही और बढ़ पाएंगे। यह आंकड़ा यूजी और पीजी के फर्स्ट ईयर के छात्रों का है। उच्च शिक्षा में यह आंकड़े चिंताजनक हैं। खासतौर पर बस्तर के लिए। यहां पर पहले ही छात्र उच्च शिक्षा को लेकर कम जागरूक है। अगर यही स्थिति बनी रहती है तो सरकार को नई नीति पर विचार करना पड़ सकता है।
रेगुलर से ज्यादा प्राइवेट छात्र परीक्षा देते थे
बस्तर में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में प्राइवेट पढ़ाई का ट्रेंड सफल माना जाता रहा है। अब तक यहां रेगुलर छात्रों से ज्यादा प्राइवेट छात्रों ने परीक्षा दी है। पिछले साल ही यूजी और पीजी की सभी कक्षाओं के 33 हजार प्राइवेट छात्रों ने परीक्षा दी थी। इसमें से नए छात्र 15 हजार से ज्यादा थे।
इस साल के आंकड़े बेहद निराशाजनक हैं। छात्रों के साथ ही अब विभाग की चिंता भी बढ़ रही है। अगर इसी तरह की स्थिति रहती है तो
बस्तर में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने की सोच धरातल पर सफल नहीं हो पाएगी।
फार्म भरने की तारीख बढ़ना भी मुश्किल
CG News: प्राइवेट छात्रों को अब फॉर्म भरने के लिए और समय मिलना मुश्किल है। छात्रों के पास अब समय नहीं है, क्योंकि दिसंबर में सेमेस्टर परीक्षा होनी है। इसके पहले 45 दिन कक्षाएं और इसी बीच आंतरिक परीक्षा और प्रयोगिक परीक्षा होनी है। अगर उच्च शिक्षा विभाग की ओर से फॉर्म भरने की तारीख बढ़ाई जाती है तो परीक्षा की समय सारिणी में भी परिवर्तन करना पड़ेगा।