बता दें कि नारायणपुर के दंडवन गांव में दो दिन पहले नक्सलियों ने भाजपा नेता को मौत के घाट उतारा था। नक्सलियों की इस वारदात से लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ था। अनुमान लगाया जा रहा था कि नक्सली खौफ के चलते लोग यहां मतदान करने से डरेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। लोग बिना डरे भारी संख्या में मतदान करने पहुंचे। इतना ही नहीं वोट डालने के लिए लोगों में भारी धक्कामुक्की भी हुई। इससे यह साबित होता कि नक्सलियों में बौखलाहट होने के बावजूद भी लोग नई सरकार चुनने से पीछे नहीं हटे और अपने-अपने मतों का प्रयोग किया।
यह है पूरी घटना
बयानार थाना क्षेत्र से लगे दंडवन गांव में बीते मंगलवार की रात लगभग 11 बजे नक्सलियों ने भाजपा कार्यकर्ता की हत्या कर दी थी। इस हत्या के बाद से लोगों में भारी दहशत का माहौल बना हुआ था। बता दें कि नक्सली आधी रात को भाजपा कार्यकर्ता और उपसरपंच पंचम दास मानिकपुरी के घर आ धमके थे। जहां उन्होंने मृतक के घर का दरवाजा तोड़ा और अंदर घुसकर धारदार हथियार से उसकी हत्या कर दी थी। हत्या के बाद नक्सलियों ने पर्चा भी छोड़ा था। पर्चे में मृतक भाजपा नेता पर भ्रष्टाचार के साथ पुलिस के लिए मुखबिरी करने का आरोप लगाया गया था। साथ ही नक्सली ने बताया गया कि उप सरपंच उनकी बात नहीं मान रहा था। इसलिए उसकी हत्या कर दी।