जबलपुर। सीएम शिवराजसिंह वीडियो कान्फ्रेसिंग में और प्रत्यक्ष तौर पर भी कई बार शिकायतों के त्वरित निराकरण की बात कह चुके हैं पर कई अधिकारी उनके इन निर्देशों की भी साफ अनदेखी कर रहे हैं। यहां तक कि सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों को भी समय-सीमा में निराकृत नहीं किया जा रहा है। ऐसे छह अधिकारियों को यह लापरवाही भारी पड़ गई है। चीफ इंजीनियर की तरफ से सभी को शोकॉज नोटिस जारी करते हुए स्पष्टीकरण मांगा है।
रोज कर रहे समीक्षा
जानकारी के अनुसार जबलपुर रीजन में 31 जुलाई की स्थिति में 2774 मामले पेंडिंग थे। इसमें लेवल तीन के स्तर पर लापरवाही के चलते रोज लेवल चार पर बड़ी संख्या में मामले पहुंच रहे हैं। सीएम हेल्पलाइन में सप्ताह भर में शिकायतों का निराकरण न होने पर स्वत: अगले लेवल के अधिकारी के पास शिकायतें ट्रांसफर हो जाती हैं। चीफ इंजीनियर एके पांडे ने बताया कि सीएम हेल्पलाइन में आने वाली शिकायतों की रोज समीक्षा की जाती है। समय सीमा में निराकरण न करने वाले अधिकारी-कर्मचारी पर लगातार कार्रवाई की जा रही है।
इन अधिकारियों से मांगे जवाब
सिवनी के अधीक्षण यंत्री वीके लोखण्डे, नरसिंहपुर के अधीक्षण यंत्री अरविंद चौबे, छिंदवाड़ा के वाईके सिंघई, सिवनी के एसआर एमदे, डिंडोरी के एके विश्वकर्मा, एमएस डहेरिया को ये नोटिस भेज गए हैं। पूर्व में कुछ अधिकारियों की लापरवाही सामने आने पर भी कड़ी कार्रवाई की गई थी। यहां तक कि उनके वेतन से कटौती तक की जा चुकी है।
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