देखने को मिली ‘धनुष’ की कार्यप्रणाली
देश की ताकत ‘धनुष’ की कार्यप्रणाली को देखकर लोगों ने अंदाजा लगाया कि भारतीय सेना के पास दुश्मनों को मार गिराने की कितनी बड़ी ताकत उपलब्ध है। दरअसल खमरिया स्थित सुभाष ग्राउंड में शहर की चारों फैक्ट्रियां यानी कि आयुध निर्माणी खमरिया, जीआईएफ, व्हीकल फैक्ट्री जबलपुर आदि के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस दौरान लोगों को जहां कई तरह की बंदूकों को देखने का मौका मिला, वहीं दूसरी ओर ‘धनुष’ जैसी महाशक्ति की कार्यप्रणाली को देखने का भी मौका मिला ।
360 डिग्री एंगल में धूम जाता है ‘धनुष’
‘धनुष’ की कार्यप्रणाली के दौरान देखा गया कि ये 360 डिग्री एंगल में काफी तेजी से लगातार घूम सकता है। इसके पिछले हिस्से में एक से डेढ़ फीट का उठाव होता है जो लगातार इसके घूमने में मदद करता है। इतना ही नहीं इसकी ऑटो बारूद लोडिंग टेक्नोलॉजी इसे बोफोर्स जैसी तोप से भी अलग बताती है। धनुष्य सी टेक्नोलॉजी वर्तमान में स्वीडन और फ्रांस के देशों के पास भी नहीं है। इसकी कैलिबर 155 mm है जो कि 30 सेकेंड में 3 बार लगातार फायर करता है।
40 किमी पर साधेगी निशाना
धनुष तोप बोफोर्स का अपग्रेड वर्जन है। इसकी मारक क्षमता बढ़ाई गई है। तोप से 40 किमी दूरी तक निशाना साधा जा सकता है। फैक्ट्री ने इस तोप के 8 से अधिक प्रोटोटाइप तैयार कर सेना को सौंपे हैं। इसका कई जगहों पर परीक्षण भी किया जा चुका है। सूत्रों के मुताबिक अहमदनगर स्थित अनुसंधान एवं विकास स्थापना (वीआरडीई) में जीसीएफ के द्वारा इंटरनल ट्रायल के तहत इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम की जांच कराई जा रही है।