विरोधियों की राशि में हैं ग्रह
आचार्य डॉ. सत्येन्द्र स्वरूप शास्त्री के अनुसार परस्पर विरोधी ग्रह शनि की राशि मकर में मंगल और गुरु की धनु राशि में शनि हैं। इनकी ग्रहों की कुदृष्टि धरती पर पड़ रही है। इसके प्रभाव से धरती अत्यधिक गर्म रहेगी। वहीं ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष द्वादसी 12 मई को रेवती नक्षत्र है और ज्येष्ठ .कृष्ण प्रतिपदा की शुरूआत मंगलवार को होने से गर्मी असहनीय होगी। जबकि, अल्प वर्षा से रोग बढऩे की आशंका है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष की शुरूआत मंगलवार को हो तो धरती अधिक तपती है।
बदेलगी स्थिति
ज्योतिषाचार्य जनार्दन शुक्ल के अनुसार ज्येष्ठ कृष्ण चतुर्थी को ग्रहों की स्थिति बदल रही है। 16 मई से शुरू हो रहे पुरुषोत्तम माह के आखिरी दौर में अत्यधिक वर्षा और आंधी- तूफान का योग बन रहा है। श्रवण नक्षत्र में मंगल, मृगसिरा के बुद्ध और शनि की मकर राशि में मंगल और केतु होने से मौसम का असंतुलन बनने की संभावना है। इसमें ज्यादा वर्षा का योग बन रहा है।
अंधड़ की संभावना
मौसम विभाग भोपाल के वैज्ञानिक डॉ. जेडी मिश्रा ने बताया कि मौसम शुष्क है। धूप तेज होने के कारण तापमान ऊपर चढ़ेगा। दिन का पारा ज्यादा होने से दोपहर बाद बादल और अंधड़ की स्थिति उत्पन्न होगी। जबकि, मई में पश्चिमी मप्र के जिलों में तापमान 40-45 डिग्री सेल्सियस के आसपास है। जबकि, पूर्वी मप्र जबलपुर व आसपास के क्षेत्रों में तापमान बढऩे का पूर्वानुमान है। हवा में नमी न होने स जबलपुर में 13 जून के आसपास मानसून की दस्तक की संभावना है। इधर, कोई नया सिस्टम नहीं बना तो बारिश के आसार नहीं है।
अगले सप्ताह तक होगा असर
जवाहर लाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. मनीष भान ने बताया कि उत्तर पश्चिम राजस्थान से साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने के कारण उस राज्य के सीमावर्ती राज्यों में गर्मी तेजी से बढ़ रही है। इसका असर पश्चिमी मध्य प्रदेश पर ज्यादा है। एक सप्ताह बाद पूर्वी मप्र में भी अधिकतम तापमान के साथ हल्के चक्रवात से मौसम बदलने की संभावना है। वैसे 5 दिन में तापमान के पारे के और ऊपर चढऩे का अनुमान है।