readymade garment cluster : रेडीमेड गारमेंट क्लस्टर के डाइंग और वॉशिंग प्लांट शुरू होने में बिल्डिंग के नक्शे की बाधा सामने आ गई है। इसका संचालन करने वाली संस्था को मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से एनओसी लेनी होती है। इसके लिए आवेदन किया गया, तो बोर्ड ने बिल्डिंग का नक्शा मांग लिया। यह अभी तक नहीं दिया जा सका है। क्योंकि, नक्शे में तकनीकी खामिया हैं।
गोहलपुर लेमा गार्डन की आठ एकड़ भूमि पर बने गारमेंट क्लस्टर में 200 छोटी और बड़ी इकाइयों का निर्माण किया गया। 60 करोड़ की लागत वाले प्रोजेक्ट में डाइंग और वॉशिंग प्लांट भी शामिल था। इसकी बिल्डिंग तैयार हुए चार साल हो गए हैं। मशीनरी भी आ चुकी है। लेकिन, इनका उपयोग नहीं हो रहा।
readymade garment cluster : बिल्डिंग की जगह सड़क
जिस जगह पर वॉशिंग और डाइंग प्लांट बना है, वहां मास्टर प्लान में सड़क है। हालांकि, उसका अस्तित्व नहीं है। टाउन एंड कंट्री प्लानिंग इस पर नक्शा की स्वीकृति तब तक नहीं देगा, जब तक इसका विलोपन नहीं होता। अब जबलपुर गारमेंट एंड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर एसोसिएशन इसमें सुधार करवाने के प्रयास में जुटा है।
readymade garment cluster : वॉशिंग एवं डाइंग प्लांट के साथ ही ईटीपी के लिए मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से एनओसी मांगी गई है। उसने प्लांट की बिल्डिंग का स्वीकृत नक्शा मांगा है। टीएंडसीपी से यह लिया जा रहा है। कुछ तकनीकी कमियां इसमें थी, उन्हें दूर करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैँ।