हाईड्रोलिक क्रे न का इस्तेमाल-
बड़ी प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए भटौली विसर्जन कुं ड में पहली बार हाईड्रोलिक क्रे न का इस्तेमाल किया गया। जिसके कारण दुर्गोत्सव समितियों के पदाधिकारियों को कुं ड में नीचे नहीं उतरना पड़ा। क्रे न के माध्यम से प्रतिमाओं के विसर्जन की सुविधाजनक व्यवस्था को सभी ने सराहा। अस्थायी कं ट्रोल रूम से रखी नजर-भटौली व तिलवाराघाट स्थित विसर्जन कुं ड में प्रतिमाओं के विसर्जन की व्यवस्थाएं संभालने के लिए अस्थायी कं ट्रोल रूम बनाया गया था। जिसमें जिला प्रशासन, नगर निगम, होमगार्ड व पुलिस के जवानों की तैनाती की गई थी। प्रशासन की संयुक्त टीम ने शांति पूर्ण विसर्जन कराया।
हनुमानताल-गोकलपुर में विसर्जन-
दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन हनुमानताल, गोकलपुर तालाब, अधारताल में भी किया गया। इन स्थलों पर भी नगर निगम, होमगार्ड व पुलिस की टीम ने मौजूद रहकर प्रतिमाओं का विसर्जन क राया। देर रात तक जारी था विसर्जन-विसर्जन स्थलों पर प्रतिमाओं के विसर्जन का क्रम बुधवार को देर रात तक जारी था। इस दौरान जिला प्रशासन व निगम के आला अधिकारी भी विसर्जन स्थलों में लगातार गश्त कर रहे थे। जिससे की सभी प्रतिमाओं का विसर्जन व्यवस्थित ढंग से हो सके।