जबलपुर। पश्चिम मध्य रेलवे मुयालय के रेलवे स्टेशन पर अवैध वेंडर्स रेलवे खानपान विभाग को खानपान की सामग्री बेचकर खुली चुनौती दे रहे हैं। इससे रेलवे का करोड़ों रुपयों की लागत से बनाया सेटअप फीका पड़ गया है। ट्रेनों के प्लेटफॉर्म पर पहुंचते ही ये वेंडर्स सक्रिय हो रहे हैं। आरपीएफ और रेलमंडल का कमर्शियल विभाग संयुक्त रूप से कार्रवाई करने का दावा कर रहा है लेकिन हकीकत यह है कि एक माह में एक सैकड़ा से अधिक वेंडर्स पकड़ने के बाद भी इनकी मौजूदगी प्लेटफार्म पर है।
ट्रेन के आते ही प्लेटफॉर्म पर सक्रिय हो रहे अवैध वेंडर्स
आरपीएफ और रेलवे कॉमर्शियल विभाग वेंडर्स पकड़ने में नाकाम
137 वेंडर्स पकड़े फिर भी प्लेटफार्म पर वेंडर्स मौजूद
रेलवे स्टेशन के छह प्लेटफॉर्म पर अवैध रूप से वेंडर्स सक्रिय हैं। ट्रेनों के प्लेटफॉर्म पर ठहरते ही ये सक्रिय होकर ट्रेनों के यात्रियों को खानपान की सामग्री बेच रहे हैं। इन वेंडर्स का निशाना जनरल कोच में ज्यादातर होता है, जो सामान्यत: प्लेटफॉर्म के छोर की ओर होता है। इसमें ट्रेन की खिड़की से ही खानपान यात्रियों तक पहुंचा दिया जाता है। मौके पर सुरक्षा गार्ड की मौजूदगी नहीं होने से माल बेचने के बाद वे पटरियों के रास्ते नदारद हो रहे हैं।
वैध वेंडर्स के ड्रेस कोड में अवैध रेलवे स्टेशन पर अवैध वेंडर्स सुरक्षा गार्ड की नजर से बचने से लिए प्लेटफॉर्म पर वैद्य वेंडर्स की ड्रेस कोड में रहते हैं। इनमें सिर्फ अंतर इतना रहता है कि लायसेंसियों के द्वारा दिया जाने वाला आईकार्ड इनके गले में नहीं रहता है।
फांद रहे पटरियां रेलवे स्टेशन पर अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर ट्रेनों के आने से ये पटरियां फांदकर दूसरे प्लेटफॉर्म पर पहुंच रहे हैं, जबकि रेलवे की नियमावली के तहत पटरियां पार करना अपराध है।
रेलवे स्टेशन पर अवैध वेंडर्स की धरपकड़ की जा रही है। ड्रेस कोर्ड की आड़ में चकमा देने वाले वेंडर्स को भी पकड़ा गया है। मधुर वर्मा, सीनियर डीसीएम, जबलपुर रेल मंडल
Hindi News/ Jabalpur / रेलवे कैटरिंग को अवैध वेंडर्स की खुली चुनौती, अधिकारियों की मिली भगत उजागर