एक मीडिया चैनल से बातचीत के दौरान वकील ए.पी सिंह ने उजागर किया कि वह नारायण साकार हरि के संपर्क में हैं। उन्होंने बताया, “भोले बाबा ने मानव मंगल मिलन सद्भावना समागम में अपने सेवादार, अनुयायियों और फॉलोअर्स की लाशों को न्यूज चैनल के माध्यम से देखा है। उन्होंने मैसेज दिया है कि सब जितनी भी स्वर्गवासी आत्माएं हैं उनकी आत्मा को शांति मिले। हमारी प्राथमिकता यह है कि उनको किसी तरह की दवा व्यवस्था, गाड़ी, एंबुलेंस अस्पताल, जिस भी तरह की सुविधा चाहिए वह तत्काल प्रभाव से मुहैया कराई जाए।”
एंटी सोशल एलिमेंट्स पर लगाया हादसे का आरोप
एपी सिंह ने मीडिया चैनल से बातचीत के दौरान हादसे की असली वजह बताते हुए कहा, “प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरह से लचर थी और अस्पताल में संसाधन नहीं थे। सत्संग स्थल पर पुलिस की पूरी व्यवस्था की गई थी। नारायण साकार हरि ने सदैव ही संविधान, कानून और प्रशासन को माना है। हमारे पास सारी परमिशन हैं। इसके साथ ही, साइट प्लान और नक्शा भी है। सत्संग का सारा काम सबसे कानूनी रूप से परमिशन लेकर किया जा रहा था। यह हादसा एंटी सोशल एलिमेंट्स के प्रवेश करने की वजह से हुआ है।” ‘सोशल मीडिया पर नहीं हैं बाबा’
वकील एपी सिंह ने आगे कहा, “भोले बाबा किसी फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर जैसे सोशल मीडिया साइट पर उपलब्ध नहीं हैं और ना ही उनका कोई यूट्यूब चैनल है। बाबा के पास तो उनका फोन भी नहीं है। बाबा के पास कोई चढ़ावा नहीं चढ़ता। ना कोई दान पात्र है, ना आपको कोई फोटो मिलेगी और ना ही वह कोई रसीद काटते हैं।”