high-risk pregnancy : सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों ने हाईरिस्क गर्भवती महिला का कराया सुरक्षित प्रसव
सीएमएचओ ने बताया कि गांव में भ्रमण के दौरान उन्हें यह जानकारी मिली तो उन्होंने उप स्वास्थ्य केंद्र ले जाकर महिला की जांच और पंजीयन कराया। उसे जब भी जांच के लिए बुलाया जाता, वह मजदूरी करने चली जाती थी।
high-risk pregnancy : हीमोग्लोबिन खतरनाक स्तर पर पहुंच जाने के कारण हाईरिस्क गर्भवती महिला का रानी दुर्गावती अस्पताल में सुरक्षित प्रसव कराया गया। सीएमएचओ डॉ. संजय मिश्रा ने बताया कि सिहोरा विकासखंड के उप स्वास्थ्य केंद्र सरोली के प्रतापपुर गांव निवासी सोनाबाई कोल गर्भवती थी।
high-risk pregnancy : रानी दुर्गावती अस्पताल में दिया शिशु को जन्म, जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ
high-risk pregnancy : हीमोग्लोबिन का स्तर घटा
सीएमएचओ ने बताया कि गांव में भ्रमण के दौरान उन्हें यह जानकारी मिली तो उन्होंने उप स्वास्थ्य केंद्र ले जाकर महिला की जांच और पंजीयन कराया। उसे जब भी जांच के लिए बुलाया जाता, वह मजदूरी करने चली जाती थी। 24 सप्ताह का गर्भ होने पर खून की जांच की गई तो हीमोग्लोबिन 7.5 ग्राम आया। चार अक्टूबर को जांच में हीमोग्लोबिन 6.5 ग्राम निकला। उसे सिविल अस्पताल सिहोरा रेफर किया गया, पर वह जाने को तैयार नहीं हुई। क्षेत्रीय स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, सीएचओ मनीषा कुठे, एएनएम कांति गोंड, आशा कार्यकर्ता मति चौधरी की समझाइश पर भी महिला नहीं मानी तो पंच, सरपंच और स्थानीय जनप्रतिनिधियों को जानकारी दी गई। मुय खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. अर्शिया खान ने सीएमएचओ को इसकी सूचना दी।
high-risk pregnancy : दो यूनिट ब्लड चढ़ाया
सीएमएचओ डॉ संजय मिश्रा ने जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विनीता उप्पल को उसकी निगरानी के निर्देश दिए। उसे सिविल अस्पताल सिहोरा में दो यूनिट ब्लड चढ़ाया गया। ब्लड प्रेशर बढऩे पर डॉ. अनुभूति त्रिवेदी व नर्सिंग ऑफिसर भावना ने उसे रानी दुर्गावती अस्पताल रेफर किया, पर वह जबलपुर आने को तैयार नहीं हुई। डॉ. मिश्रा ने सिहोरा एसडीएम रूपेश सिंघई को जानकारी दी। एसडीएम व जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विनीता उप्पल के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग एवं राजस्व विभाग की टीम और 108 एंबुलेंस से रानी दुर्गावती अस्पताल लाया गया। यहां वरिष्ठ सर्जन डॉ भावना मिश्रा ने ऑपरेशन किया। महिला ने शिशु को जन्म दिया।