पहले ये थी व्यवस्था
विद्युत वितरण कम्पनी अभी तक दोनों सीजन में सिंचाई के लिए रात में 10 घंटे बिजली देती थी। इससे किसान दिन में सिंचाई आदि नहीं कर पाते थे। जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के राधेश्याम चौबे और पूर्व विधायक नीलेश अवस्थी ने इस समस्या से प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह को अवगत कराया था।
ये है नई व्यवस्था
ऊर्जा मंत्री के निर्देश के बाद जबलपुर सम्भाग की टीम ने देहात के सब स्टेशनों और फीडरों की समीक्षा कर प्रत्येक सब स्टेशन के फीडरों को दो हिस्सों (ए और बी) में बांटा। पहले गु्रप ए को सुबह चार घंटे और रात में छह घंटे बिजली देने का निर्णय किया गया। इस दौरान गु्रप बी को सुबह छह और रात में चार घंटे बिजली मिलेगी। 15 दिन बाद शेड्यूल बदला जाएगा। गु्रप ए को मिलने वाली बिजली गु्रप बी और गु्रप बी को मिलने वाली बिजली गु्रप ए को मिलने लगेगी।
कृषि कार्य के लिए किसानों को दिन में भी बिजली मिले, इसलिए ओएंडएम को दो भगों में विभाजित किया गया है। इसमें दिन में छह और चार घंटे तक बिजली दी जाएगी। रात में भी यही शेड्ïयूल रहेगा।
प्रकाश दुबे, चीफ इंजीनियर, जबलपुर संभाग, मप्रपूक्षेविविकंलि