आगे बैठने की होड़
पंडाल में जल्दी पहुंचने के लिए केवल महाराज जी के दर्शन नहीं थे बल्कि आगे बैठकर उन्हें करीब से देखने की लालसा ज्यादा थी इसके लिए लोग धक्का-मुक्की करते हुए जैसे भी मिले प्रमुख पंडाल में आगे बैठने के लिए लालायित दिखे । कई बार सुरक्षा व्यवस्था से भी उनकी बहस देखी गई , हालांकि भक्ति भाव में पहुंचे लोग कैसे भी करके धीरेंद्र शास्त्री के दर्शन करना चाह रहे थे।
तीर्थ स्थलों सा नजारा, लगा रहे राम तिलक
जबलपुर के अशोक तिवारी बागेश्वर धाम सरकार की जहां भी कथा होती है वहां निस्वार्थ निशुल्क श्री राम तिलक लगाने पहुंच जाते हैं ।उनका कहना है रोजाना यहां पर करीब 20 से 25000 लोगों को तिलक लगा रहे हैं । इसके लिए सुबह 5:00 बजे से यहां पहुंच जाते हैं और निरंतर क्रम चलता रहता है। उनके कई साथी भी यहां पर आए हुए हैं जो अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उन्हें दक्षिणा के तौर पर जो भी मिलता है वही रख लेते हैं, किसी से मांगते नहीं।
आधा दर्जन एंबुलेंस और डॉक्टरों की टीम मौजूद
हजारों की भीड़ में किसी भी स्वास्थ्य समस्या से निपटने के लिए कथा स्थल में आधा दर्जन एंबुलेंस खड़ी की गई है। इसके अलावा शासकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और कई निजी अस्पतालों के द्वारा कैंप लगाए गए हैं । जिनमें डॉक्टर नर्सिंग स्टाफ पूरे समय मौजूद रहता है । यह प्राथमिक उपचार सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं । इमरजेंसी में एंबुलेंस की सेवाएं निशुल्क दी जा रही है।
हजारों सेवाधारी दे रहे सेवाएं
संपूर्ण आयोजन में करीब 2000 सेवा धारी और निजी सुरक्षा एजेंसियों के 500 लोग लगे हुए हैं। भोजन शाला में 500 सेवादारी, मुख्य पंडाल में 600, अलग-अलग वाहन स्टैंड में 500 और अन्य सेवाओं में करीब 400 सेवादारी निशुल्क सेवा दे रहे हैं । इनमें से अधिकतर सेवाधारियों ने पिछले 1 सप्ताह से यही डेरा डाल रखा है।