अतिरिक्त बिजली निकालने में करेगी मदद
यह लाइन शहर के बाहर से अतिरिक्त बिजली निकालने में मदद करेगी और मुंबई की बिजली आपूर्ति में सुधार और कार्बन को कम करने में भी मदद करेगी। एचवीडीसी ट्रांसमिशन लाइन पारंपरिक ट्रांसमिशन लाइन की तुलना में काफी पारंगत है और ट्रांसमिशन घाटे को कम कर सकती हैं। कुदुस-आरे ट्रांसमिशन लाइन से मुंबई शहर को कई तरह से फायदा होगा। दो परियोजनाओं के विकास से मुंबई की ट्रांसमिशन बाधाओं को दूर किया जा सकता है। उम्मीद है शहर ने अक्टूबर 2020 और फरवरी 2022 में बिजली कटौती के कारण जो बड़ा संकट झेला था, इसके आने के बाद वैसी नौबत नहीं आएगी। अदाणी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई इंफ्रा (एईएमआई) की ओर से बनाई जा रही कुडुस और आरे कॉलोनी के बीच 80 किमी +/- 320 केवी हाई-वोल्टेज डायरेक्ट करंट (एचवीडीसी) ट्रांसमिशन लाइन 2025 तक चालू हो जाएगी। यह परियोजना अदाणी ट्रांसमिशन के खारघर विक्रोली ट्रांसमिशन लिमिटेड द्वारा कार्यान्वित की जा रही है। खारघर विक्रोली ट्रांसमिशन लिमिटेड प्रोजेक्ट में मुंबई के विक्रोली में 1500 एमवीए 400 केवी जीआईएस सबस्टेशन के साथ लगभग 74 सीकेएम 400 केवी और 220 केवी ट्रांसमिशन लाइनें शामिल हैं।
धरातल पर कम, सोशल मीडिया पर दिखा रहे दम
भविष्य की मांग को पूरा करने में मदद मिलेगी
यह परियोजना मुंबई शहर के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि ट्रांसमिशन कॉरिडोर की मौजूदा क्षमता शहर में ज्यादा बिजली ले जाने के लिए पर्याप्त नहीं है। यह परियोजना मुंबई में अतिरिक्त बिजली लाने में सक्षम होगी और इस तरह शहर की भविष्य की मांग को पूरा करने में मदद करेगी। अदाणी ट्रांसमिशन लिमिटेड को दिसंबर 2019 में परियोजना के लिए एलओआई मिला था। बढ़ती मांग से निपटने और अतिरिक्त बिजली के लिए मुंबईकरों का इंतजार थोड़ा बहुत जरुर खत्म हो जाएगा, क्योंकि खारघर से 400 केवी विक्रोली रिसीविंग स्टेशन के लिए ट्रांसमिशन सिस्टम और मुंबई ट्रांसमिशन सिस्टम को मजबूत करने के लिए संबंधित इनकमिंग ट्रांसमिशन लाइनों को 2025 तक चालू कर दिया जाएगा।