30 अगस्त को आईआरसीटीसी ने दी जानकारी
आपको बता दें कि आईआरसीटीसी की ओर से 30 अगस्त को इस बारे में नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया था। एक आदेश के तहत इंडियन रेलवे ने एक सितंबर से सेवा शुल्क बहाल करने का फैसला किया है। यह शुल्क सेवा शुल्क के रुप में वसूला जाएगा। इसके साथ ही ट्रेन का टिकट बुक करने के लिए आपको जीएसटी टैक्स अलग से देना होगा।
ये भी पढ़ें: 1 रुपए का फोन कॉल बंद करवा सकता है कोई भी पेट्रोल पंप, जानिए पूरा मामला
पहले वापस ले लिया था सेवा शुल्क
बता दें कि तीन साल पहले बीजेपी की नेतृत्व वाली मोदी सरकार ने डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए सेवा शुल्क वापस ले लिया था। पहले आईआरसीटीसी गैर वातानुकूलित श्रेणी की ई-टिकटों पर 20 रुपये और सभी वातानुकूलित श्रेणी की ई-टिकटों पर 40 रुपये का सेवा शुल्क लेता था।
भारतीय रेलवे ने दी मंजूरी
इस महीने के शुरू में रेलवे बोर्ड ने भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) को ऑनलाइन टिकटों पर यात्रियों से सेवा शुल्क वसूलने की मंजूरी दी थी। 30 अगस्त को जारी किए गए पत्र में बोर्ड ने कहा कि आईआरसीटीसी ने ई-टिकट की बुकिंग पर सेवा शुल्क की बहाली के लिए विस्तृत योजना बनाई है और मामले की जांच सक्षम प्राधिकारी द्वारा की गई है।
ये भी पढ़ें: कश्मीरियों के लिए बड़ी खुशखबरी, मिलेगा मेट्रो ट्रेन में सफर करने का मौका, मोदी सरकार करेगी 5000 करोड़ खर्च
रेवेन्यू में आई 26 फीसदी की गिरावट
लेटर में आगे कहा गया कि वित्त मंत्रालय ने कहा था कि सेवा शुल्क माफ करने की योजना अस्थायी है और रेल मंत्रालय ई-टिकट पर शुल्क लेना कभी भी शुरू कर सकता है। अधिकारियों का कहना है कि सेवा शुल्क खत्म करने के बाद आईआरसीटीसी ने वित्तीय वर्ष 2016-17 में इंटरनेट टिकट के रेवेन्यू पर 26 फीसदी की गिरावट देखी।
Business जगत से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर और पाएं बाजार,फाइनेंस,इंडस्ट्री,अर्थव्यवस्था,कॉर्पोरेट,म्युचुअल फंड के हर अपडेट के लिए Download करें patrika Hindi News App