बता दें कि भारत में रिलायंस के कुल 1,400 पेट्रोल पंप मौजूद हैं, जो जियो-बीपी ब्रांड के बीच हुए समझौते के बाद पेट्रोल पंपों की संख्या 1,400 से बढ़ाकर 5,500 हो जाएगी। इसके अलावा कुछ एयरपोर्ट्स पर लगभग 30 विमान ईंधन स्टेशन हैं, जिसका RIL-BP के नए संयुक्त उद्यम द्वारा अधिग्रहण कर लिया जाएगा और आने वाले दिनों में इस नेटवर्क का विस्तार किया जाएगा। इस नए समझौते के तहत RIL के पास 51 फीसदी और BP के पास 49 फीसदी हिस्सेदारी है। इसके लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और बीपी के बीच एक ज्वाइंट वेंचर बनाया है।
आरआईएल ने इस साल अगस्त में कहा कि उसके पेट्रोल पंप कारोबार में बीपी 49 फीसदी हिस्सेदारी के लिए 7,000 करोड़ रुपये का भुगतान करेगी। रिलायंस और बीपी के बीच 2011 के बाद ये तीसरा संयुक्त उद्यम समझौता है। बीपी ने सबसे पहले 2011 में रिलायंस के साथ 21 तेल, गैस खोज और उत्पादन ब्लॉक में 7.2 अरब डॉलर में 30 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी। उस समय ही बीपी ने 50 फीसदी हिस्सेदारी वाला संयुक्त उद्यम भी स्थापित किया था, जो इंडिया गैस सॉल्यूशंस नाम से है और इसे भारत में गैस की प्राप्ति और विपणन के लिए बनाया गया है।