हालांकि HDFC Bank ने इस बारे में आधिकारिक रूप से कोई भी बयान देने से मना कर दिया है लेकिन बताया जाता है कि वाहन लोन बिजनेस से संबंधित ये लोग लोन अप्लाई करने पर कस्टमर्स को Trackpoint GPS से GPS सिस्टम खरीदने के लिए बाध्य करते थे । पाया गया कि इन अधिकारियों की वजह से Trackpoint GPS के 18-19 हजार रुपए कीमत वाले 4-5 हजार जीपीएस डिवाइस हर महीने बेचे जाते हैं। सबसे ज्यादा अजीब बात ये है कि बैंक ऑडिट में इस तरह की धांधली को पकड़ा नहीं जा सका ।
कंपनी के Managing Director Aditya Puri ने AGM में इस बात का जिक्र करते हुए कहा कि बैंक को VEHICLE LOAN से जुड़ी कुछ शिकायतें मिली है और जांच करने पर उन्हें सही पाया गया और अब इस तरह के कामों में संलग्न लोगों पर कार्यवाई की तैयारी की जा रही है। इसके साथ ही उन्होने कहा कि बैंक के इस एक्शन का लोन लेने वाले के प्रोफाइल पर कोई भी असर नहीं पड़ेगा ।