मुकुंद मोहन पर इल्जाम है कि उन्होंने इन कंपनियों के लिए लोन अप्लाई किया है लेकिन इन कंपनियों के अंतर्गत कोई भी कर्मचारी काम नहीं करता बल्कि कुछ तो बिजनेस ही नहीं है
यूएस अटॉर्नी का आरोप है कि मोहन ने फेंक डॉक्यूमेंट के आधार पर लोन के लिए अप्लाई किया यहां तक यूनिटेक स्पेलिंग में भी कागजातों के साथ धोखाधड़ी की है ।मुकुंद मोहन पर यह भी इल्जाम है कि उन्होंने लोन के रूप में मिले हुए पैसे को अपने पर्सनल ब्रोकरेज अकाउंट में ट्रांसफर किया है उसे पर्सनल यूज में लिया है
मोहन ने Mahenjo कंपनी के नाम पर लोन लिया था और इस कंपनी के रिकॉर्ड में उन्होंने बताया है कि 2019 में इसका पेरोल का खर्च 2.3 मिलियन डॉलर से ज्यादा का है जिसके मुताबिक महिलाओं का एवरेज मंथली पेरोल $172250 का पड़ता है । जबकि मोहन के खिलाफ कंप्लेंट में यह कहा गया है कि Mahenzo एक shelf Company है और यह किसी भी एंप्लोई को कोई काम नहीं देती ना ही तो इसका कोई बिजनेस रिकॉर्ड है ।ज्योति मोहन ने लिंक दिन पर भी कंपनी का फेक प्रोफाइल क्रिएट किया हुआ है ।
इतना ही नहीं Mahenzo की तरह मोहन ने Zuput, Zigantic,GitGrow,Vengal, Expect Success के नाम पर भी इसी तरह के लोन लिए हैं ।