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सरकार का हनी मिशन
केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रम मंत्रालय की ओर से हनी बिजनेस यानी शहद के कारोबार के लिए एक पॉलिसी तैयार की है। खास बात तो ये है कि खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग की ओर से बीते दो साल में देश के किसानों एवं बेरोजगारों को मधुमक्खी पालन के लिए एक लाख से ज्यादा बॉक्स दिए हैैं। आायोग की ओर से सरकार के हनी मिशन के तहत यह योजना शुरू की है। इसमें आप भी जुड़ सकते हैं। जिसके तहत हनी हाउस और हनी प्रोसेसिंग प्लांट लगाकर खुद का कारोबार शुरू कर सकते हैं। सेंट्रल गवर्नमेंट का यह प्लान गांवों में रोजगार बढ़ाने के उद्देश्य से किया गया है। जिसकी वजह से शहद का प्रोडक्शन भी बढ़ सके।
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2.35 लाख रुपए आपका इंवेस्टमेंट
केवीआईसी के अनुसार 20 हजार किलोग्राम सालाना शहद के प्रोडक्शन का प्लांट लगाने के लिए करीब 24 लाख 50 हजार रुपए का इंवेस्टमेंट लगता है। केंद्र सरकार आपको 16 लाख रुपए का लोन देगी। साथ ही मार्जिन मनी के रूप में आपको 6.15 लाख रुपए मिलेंगे। यानी कुल बजट में से 22.15 लाख रुपए मदद के रूप में मिल जाएंगे। आपको सिर्फ 2.35 लाख रुपए का इंतजाम करना होगा। यानी सरकार आपको हनी प्रोसेसिंग प्लांट लगाने के लिए 65 फीसदी का लोन देगी और केवीआईसी की ओर से आपको 25 फीसदी की सब्सिडी मिलेगी। आपको सिर्फ 10 फीसदी रुपया लगाना है।
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आखिर कितनी होती है कमाई
केवीआई के अनुसार अगर प्लांट लगाने के बाद एक साल में 20 हजार किलोग्राम शहद का प्रोडक्शन करते हैं और जिसकी कीमत 250 रुपए प्रति किलोग्राम है, इसमें से 4 फीसदी वर्किंग लॉस को भी शामिल करें तो आपकी सालाना बिक्री 48 लाख रुपए की होगी। अगर इसमें से आप सालाना एक्सपेंसिव 34.15 लाख रुपए को घटा दें तो आपको साल भर में करीब 13.85 लाख रुपए की इनकम होगी, यानी आप हर महीने 1 लाख रुपए से ज्यादा की करने में सक्षम हो जाएंगे।