लगभग 2 महीने के लॉकडाउन ( Corona Lockdown ) के बाद 25 मई को सरकार ने शर्तों के साथ घरेलू पैसेंजर ( Domestic Passengers ) फ्लाइट चलाने की अनुमति दी थी इस अनुमति के साथ ही सरकार ने एयरलाइंस ( Airlines ) के द्वारा वसूल किए जाने वाले किराए पर अपर और लोअर लिमिट तय कर दी थी ताकि विमान कंपनियां इस हालात का फायदा ना उठा सके ।आपको बता दें कि सरकार ने ये किराया फ्लाइट के टाइम यानी यात्रा में लगने वाले टाइम के हिसाब से निर्धारित की थी ।
फिलहाल कितनी है कैपिंग ( Domestic Airfare ) –सरकार द्वारा डोमेस्टिक फ्लाइट ( Domestic Flight ) के लिए जारी की गई गाइडलाइंस में साफ तौर पर फ्लाइट फेयर कैपिंग की जानकारी दी गई थी जिसमें 40 मिनट से कम टाइम वाली फ्लाइट के लिए कम से कम ₹2000 और ज्यादा से ज्यादा ₹6000 का किराया तय किया गया था वही 40 से 60 मिनट की फ्लाइट के लिए ढाई हजार रुपे से ₹7500 और 1 घंटे से लेकर के 90 मिनट तक की फ्लाइट के लिए मिनिमम किराया ₹3000 और मैक्सिमम किराया ₹9000 रखा गया था इसी तरह से 90 मिनट से 2 घंटे तक की फ्लाइट के लिए मिनिमम किराया ₹3500 और मैक्सिमम किराया ₹10000 रखा गया था इसी तरह से 3 घंटे की एक फ्लाइट के लिए एयरलाइंस मैक्सिमम ₹15570 का किराया ही वसूल कर सकती है।
आपको बता दें कि कोरोना की वजह से लगभग 2 महीने तक फ्लाइट रद्द कर दी गई थी । जिन्हें भारत सरकार द्वारा 25 मई 2020 को शर्तों के साथ शुरू किया गया था अभी हाल ही में सरकार ने इंटरनेशनल फ्लाइट्स को भी इजाजत दी है ।