यह भी पढ़ें – श्रीलंका बम विस्फोट: एअर इंडिया और इंडिगो ने की पहल, कोलंबो के टिकट रद्द कराने पर मिलेगी छूट
कर्मचारियों की नौकरी बचाने में मिलेगा फायदा
इससे एक और अच्छी बात होगी कि जेट एयरवेज के कर्मचारियों की नौकारियां बचाने में फायदा मिलेगी। कर्मचारी यूनियन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक लेटर भी लिखा है। उन्होंने आगे कहा, “हमारी जानकारी के मुताबिक, बैंकों ने संभावित निवेशकों की बिडिंग बुलाई है। यदि ऐसा नहीं होता है और कोई निवेशक जेट एयरवेज में निवेश नहीं करना चाहता है तो सरकार को इसमें हिस्सेदारी खरीद लेनी चाहिए। इससे हजारों कर्मचारियो की नौकरी बच सकती है।”
यह भी पढ़ें – ईरान से तेल आयात बंद नहीं किया तो लग सकता है प्रतिबंध, पांच महीनों के उच्चतम स्तर पर पहुंचा कच्चे तेल का भाव
कंपनी द्वारा कई गलत फैसले लेने की बात आ चुकी है सामने
उन्होंने कहा कि हैरानी की बात है कि जेट की इस संकट के बाद अब सभी की नजरें बैंकों पर ही है। ऐसा लग रहा कि बैंक ही इस कंपनी के मालिक हैं। नरेश गोयल अभी भी कंपनी के प्रोमोटर हैं और प्रमुख शेयरहोल्डर भी हैं। यह उनका सिरदर्द है कि वो इस कंपनी को कैसे चलाएं या फिर इसे बेच दें। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया गया है कि जेट एयरवेज का यह संकट कंपनी द्वारा लिए गए कई गलत फैसले की वजह से आया है। ऐसे में कंपनी का विस्तृत रूप से जांच होनी चाहिए। अगर किसी की गलती सामने आती है तो उन्हें इसका परिणाम भी भुगतना होगा।
Business जगत से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर और पाएं बाजार, फाइनेंस, इंडस्ट्री, अर्थव्यवस्था, कॉर्पोरेट, म्युचुअल फंड के हर अपडेट के लिए Download करें Patrika Hindi News App.