एमपी के ये स्टेशन हो सकते है कवर
इस ट्रेन को कोटा से एमपी के इंदौर, रतलाम, उज्जैन स्टेशनों से होकर चलाये जाने की संभावना है। अधिकारियों ने ट्रायल को पूरी तरह सफल बताया। यह ट्रायल 15 दिन चलेगा। रविवार को ट्रेन में और जरूरी उपकरण लगाए गए। ट्रायल के दौरान ट्रेन को अधिकतम 180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाए जाने की जानकारी रेलवे अधिकारियों ने दी है। ये भी पढ़ें:Vande Bharat: 3 बड़े शहरों की बल्ले-बल्ले ! इन रूटों पर जल्द चलेगी ‘वंदे भारत स्लीपर ट्रेन’ 16 कोच में वजन के साथ ट्रायल
रेल्वे के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार यह ट्रायल सफल रहा। इस दौरान ट्रेन के सभी 16 कोचों में यात्रियों के बराबर 24.5 टन वजन रखा गया।
इंटरसिटी कनेक्टिविटी को बढ़ाना उद्देश्य
इस ट्रेन का ट्रायल आरडीएसओ के निर्देशक बी एम सिद्दीकी के निर्देशन में किया गया है। मेट्रो ट्रेन चलाने का उद्देश्य इंटरसिटी कनेक्टिविटी को बढ़ाना है। यह भारत की पहली सामान्य कोच की एसी ट्रेन है।