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इंदौर जिले की महू तहसील में सैनिक छावनी है। यह मध्यप्रदेश का आर्मी का बड़ा सेंटर माना जाता है। यहां पर संदिग्ध गतिविधियों की सूचना पुलिस को मिल रही थी। यह भी इनपुट था कि सैन्य क्षेत्र की अहम जानकारी अन्य देशों में भेजी जा रही है। इसी शक के आधार पर महू तहसील के गवली पलासिया क्षेत्र से दो युवतियों को सुरक्षा एजेंसियां ने हिरासत में लिया है। यह दोनों आपस में बहनें हैं।
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इंदौर आईजी हरिनारायण चारी ने युवतियों को हिरासत में लिए जाने की पुष्टि की है। जांच से जुड़े सूत्रों के मुताबिक दोनों बहनें हैं। एक 32 और दूसरी 28 साल की है।
दोनों बहनें कई जगह नौकरी कर चुकी हैं। वे कहीं ज्यादा दिनों तक नहीं रहती थीं। हिना महू में बिजली कंपनी में कांट्रेक्टर पर काम करती रही। बिजली कंपनी से मिली सूचना के मुताबिक हिना छह माह से कंप्यूटर आपरेटर के तौर पर प्राइम वन एजेंसी के जरिए काम कर रही थी। दूसरी बहन महू में बतौर शिक्षिका काम कर रही थी। उनके फोन व अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरणों को जब्त कर लिया गया है। उनसे आगे की पूछताछ की जा रही है। इनका नाम कौसर और हिना है। पुलिस ने उनके पास से लैपटाप, मोबाइल फोन जब्त किया है। यह भी बताया जा रहा है कि इन्हें मारीशस से फंडिंग हो रही थी इनके पिता सेना में नौकरी करने के बाद इंदौर में एसबीआइ की एक शाखा में सुरक्षाकर्मी थे, लेकिन उनकी मृत्यु हो चुकी है।
जानकारी के मुताबिक दोनों बहनें दो पाकिस्तानी नागरिकों के संपर्क में थीं। उन नागरिकों में से एक के पूर्व सैन्य अफसर होने का दावा किया जा रहा है। पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान की पुष्टि नहीं की जा रही है। दोनों बहनें सोशल मीडिया पर भी एक्टिव हैं और फर्जी आईडी के जरिए युवकों से बातें करती थीं। उन नागरिकों का लिंक पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से बताया जा रहा है।
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मिलिट्री ने पाकिस्तान की फ्रीक्वेंसी पकड़ ली थी
बताया जा रहा है कि यह दोनों युवतियां सैन्य छावली क्षेत्र की जानकारी पाकिस्तान (passing sensitive information to pakistan isi) पहुंचा रही थी। कुछ दिन पहले यह महिलाएं रोड पर चलते हुए पाकिस्तान में फोन पर बात कर रही थीं। इसी दौरान सेना के गोपनीय विभाग ने इसकी फ्रीक्वेंसी पकड़ ली थी। तभी से इन पर नजर रखी जा रही थी।