देखने पहुंची भीड़
गुजरात से लाये गये अफ्रीकन जेब्रा के लिए इंदौर जू में बड़ा एंक्लोजर तैयार किया गया है। अब इंदौर देश का छठा चिड़ियाघर है जहां पर अफ्रीकन जेब्रा है । इससे पहले देश में पांच ऐसी चिड़ियाघर थे। जहां पर अफ्रीकन जेब्रा थे। जेब्रा पहुँचने की जानकारी सुबह से ही शहर वासियों को थी ।इन्हें देखने के लिए शाम को ही भारी भीड़ यहां पहुंच गयी।
पहले मुंबई से लाने का हुआ था प्रयास
चिड़ियाघर प्रभारी डॉ उत्तम यादव के मुताबिक़ अफ्रीकन जेब्रा इंदौर चिड़ियाघर लाने के लिए बीते कई वर्षो से प्रयास किये जा रहे थे। लेकिन अब तक इसमें सफलता नहीं मिल पा रही थी। कुछ समय पहले मुंबई के वीरमाता जीजाबाई भौंसले चिड़ियाघर को प्रस्ताव भेजा था। साथ ही सेंट्रल जू अथारिटी से एनिमल एक्सचेंज के तहत अनुमति चाही थी। लेकिन इसमें सफलता नहीं मिल पाई। हाल ही में गुजरात जामनगर से एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत जेब्रा देने पर सहमति बन गयी थी।
जल्द जिराफ और चिम्पांजी भी होंगे जू में
जिराफ,चिपांजी और जेब्रा इंदौर चिड़ियाघर लाने के लिए लम्बे समय से प्रयास किये जा रहे थे।जेब्रा लाने में सफलता मिली है। जल्द ही जिराफ और चिपांजी भी लाने के लिए प्रयास होंगे।इसके बाद इंदौर में हर प्रजाति के जानवर होंगे ।
अभी देखरेख में रखेंगे
जेब्रा जब इंदौर चिड़ियाघर पहुंचे तो उनका स्वागत करने के लिये महापौर पुष्यमित्र भार्गव अपने एमआईसी सदस्यों के साथ मौजूद थे। महापौर ने इससे पहले जेब्रा के लिए की गयी तैयारियों का जायजा लिया। विशेष वाहन सावधानी पूर्वक सुरक्षित पिंजरे में जेब्रा लाये गये थे। पिंजड़े को अनलोडिंग करने के लिए यहां क्रेन लाइ गयी थी। उसके बाद पिंजड़े से उन्हें निकाल कर सुरक्षित स्थान पर छोड़ा गया। कुछ दिनों यहां दोनों जेब्रा की खास मोनीटरिंग की जायेगी।