यह बात रतलाम रेल मंडल के डीआरएम विनीत गुप्ता ने मालवा चेंबर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधियों से चर्चा में कही। उन्होंने कहा कि अब इंदौर से अब नई ट्रेन चालू करना संभव नहीं है। यहां इतना कंजक्शन है कि कुछ नहीं कर पाएंगे। रेलवे का फोकस अब महू स्टेशन और लक्ष्मीबाई नगर स्टेशन को डेवलप करने पर है। यहां से नई ट्रेनें शुरू की जाएंगी। दोनों ही स्टेशनों को लेकर विकास की योजनाएं तैयार की जा चुकी हैं। उन्होंने बताया कि इंदौर स्टेशन पर फिलहाल हमारा फोकस है कि जितनी ट्रेनें कोरोना में नहीं शुरू हो पाई है, उन्हें शुरू किया जाए।
मार्च 2023 तक दोहरीकरण होगा पूरा इंदौर-उज्जैन दोहरीकरण का काम तेजी से चल रहा है। मार्च 2023 तक इसे पूरा कर लिया जाएगा। अभी चल रहा दोहरीकरण का काम लक्ष्मीबाई नगर के एंड पर खत्म हो जाता है। हमारा प्रयास है कि उसे और आगे लाकर लक्ष्मीबाई नगर में एक अतिरिक्त प्लेटफार्म बना सकें जो होम प्लेटफार्म रहेगा, जिससे डायरेक्ट पार्किंग से प्लेटफार्म पर आ सकेंगे। इस दौरान उन्होंने बताया कि इंदौर- दाहोद, महू-सनावद प्रोजेक्ट की समय सीमा भी तय कर 2026 रखी गई है।
व्यापार की अपार संभावनाएं रतलाम मंडल का इंदौर सबसे बड़ा व्यापारिक केंद्र है। यहां रेलवे को व्यापार की अपार संभावनाएं दिखाई दे रही है। उद्योगपतियों से रेलवे किस प्रकार और अधिक समन्वय स्थापित कर सकता है। रेलवे की नई स्कीम गतिशक्ति के साथ ही अन्य कमर्शियल स्कीमों को साझा करने के उद्देश्य से डीआरएम ने मालवा चेंबर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधियों से चर्चा की। इस दौरान मालवा चेंबर ऑफ कॉमर्स के अजीत नारंग, पीथमपुर औद्योगिक संगठन के अध्यक्ष डॉ. गौतम कोठारी, कमलेश खंडेलवाल, जगमोहन वर्मा, राजेश अग्रवाल सहित अन्य प्रतिनिधियों ने अपने विचार रखे।