निमाड़ बन सकता है नया संभाग
साल 2012 में निमाड़ को संभाग बनाने की मांग उठी थी। जिसके बाद राजस्व विभाग की ओर खरगोन जिला प्रशासन से प्रस्ताव मांगा गया था। 2016 में तत्कालीन कलेक्टर अशोक वर्मा ने प्रस्ताव तो भेज दिया, लेकिन कुछ संशोधनों का हवाला देते हुए प्रस्ताव को लौटा दिया गया। इसके बाद दोबारा सरकार को प्रस्ताव बनाकर भेजा गया था। 1 जनवरी 2024 को समीक्षा बैठक के दौरान निमाड़ को अलग संभाग बनाने की बात सामने आई थी क्योंकि इंदौर प्रदेश का सबसे बड़ा संभाग है। खरगोन बन सकता है मुख्यालय
इंदौर संभाग प्रदेश का सबसे बड़ा संभाग है जिसमें 8 जिले आते हैं अब इनमें से 4 जिलों खरगोन, बुरहानपुर, बड़वानी और खंडवा को मिलाकर नया संभाग निमाड़ बनाया जा सकता है। जिसका मुख्यालय खरगोन हो सकता है। वहीं खबरें ये भी हैं कि धार जिले से पीथमपुर को इंदौर जिले में शामिल किया जा सकता है। क्योंकि इंदौर से पीथमपुर की दूरी मात्र 26-27 किलोमीटर है। तो वहीं धार जिला मुख्यालय की दूरी 48 किलोमीटर है। परिसीमन के बाद अगर पीथमपुर को इंदौर में शामिल कराया जाता है तो आसपास के लोगों को कम दूरी तय करनी होगी।
मैहर, मऊगंज और पांढुर्णा के जिला बनने से जिलों का खेल हुआ शुरू
मध्यप्रदेश में साल 2023 के विधानसभा चुनाव के दौरान मैहर, मऊगंज और पांढुर्णा को जिले के अस्तित्व में लाया गया था। रीवा को मऊगंज से अलग करके जिला बनाया गया था। इसी तरह सतना से मैहर और छिंदवाड़ा से पांढुर्णा को अलग करके जिला बनाया गया था। इससे पहले एमपी में 52 जिले ही हुआ करते थे। अब इन जिलों के अस्तित्व में आने से जिलों की संख्या 55 हो गई है।