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इंदौर

बुरी नजर से बचाते है गोगादेव, मुस्लिम भी पूजते है मंदिर में बैठे इस देवता को

राजस्थान के इस लोकप्रिय देवता का १०० साल पुराना मंदिर है इंदौर में, गोगा नवमी पर आज लगेगा भव्य मेला, निकाले जाएंगे निशाल, दी जाएंगी सलामी

इंदौरAug 16, 2017 / 05:18 pm

अर्जुन रिछारिया

goga dev
रक्षा भगत @इंदौर

राजस्थान के लोकप्रिय देवता गोगादेव महाराज की खास बात ये है कि इन्हें किसी एक धर्म के लोग नहीं बल्कि सभी धर्मों के लोग पूजते है। वीर गोगादेव गुरू गोरखनाथ के शिष्य थे। वैसे तो गोगादेव का भव्य और प्राचीन मंदिर राजस्थान के दत्तखेड़ा में है लेकिन मध्यप्रदेश में भी गोगा देव को मानने वालों की कमी नहीं है। गोगादेव के भक्तों की लंबी कतार को देखते हुए लगभग १०० साल पहले इंदौर के राजवाड़ा पर भी गोगादेव मंदिर का निर्माण किया गया। इस मंदिर की खासियत ये है कि यहां कोई भी टोना-टोटका ग्रसित या बुरी नजर से परेशान इंसान आए तो बाबा की झाडऩी देकर उसे तुरंत ही ठीक कर दिया जाता है। यही वजह है कि यहां जितने हिंदु आते है उतनी ही संख्या में मुस्लिम भी बाबा का आर्शिवाद लेने आते है।
३३ करोड़ देवी-देवताओं का अंश

मंदिर के पुजारी जमादार सिवी मारोठ साब ने बताया कि गोगादेव वाल्मिकी समाज के आराध्य देव है। राजस्थान के बाद मघ्यप्रदेश में ही इस देव को पूजने वाले लोग बहुतायत में पाए जाते है। जन्माष्टमी के दूसरे दिन गोगा नवमी का उत्सव भी हमारे यहां बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। इस उत्सव में देव को मानने वाले हिंदु, मुस्लिम, सिख, ईसाई और भी कई धर्मों के लगभग २ लाख श्रद्धालू शामिल होते है। किसी का कोई बिगड़ा काम नहीं बन रहा हो या बुरी नजर लग गइ्र्र हो तो मंदिर में बाबा के नाम से उसे झाड़ा जाता है और चंद पलों में बाबा की कृपा से उसकी समस्या दूर हो जाती है। पुजारी जी के अनुसार गोगादेव को हिंदुओं के ३३ करोड़ देवी देवताओं ने अपनी शक्ति दी है। इसलिए ऐसी मान्यता है कि इनमें ३३ करोड़ देवी-देवताओं का अंश है।
goga dev
उस्ताद-खलीफाओं का सम्मान

चार पीढिय़ों से मंदिर आ रहे मनोज सिरसिया ने बताया कि गोगानवमी पर आज वीर गोगादेव के जन्मोत्सव पर आज रात निकलने वाले निशान राजबाड़ा पर मां अहिल्या की परिक्रमा कर पंढरीनाथ स्थित मंदिर पर सलामी देंगे। अखाड़ों के उस्ताद-खलीफाओं का सम्मान भी होगा। आकर्षक छड़ी निशानों को पुरस्कृत किया जाएगा। वाल्मीकि युवा संगठन के अध्यक्ष चौधरी लीलाधर करोसिया ने बताया कि छड़ी निशान, झांकियों और अखाड़ों के उस्ताद-खलीफाओं का मंच से सम्मान किया जाएगा। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव सज्जन सिंह वर्मा मौजूद रहेंगे। प्रताप करोसिया, शंकर खलीफा, शंकर चिंतामण, जटाशंकर करोसिया, विक्की करोसिया, महेश गौहर, बाबूलाल सिरसिया, शिव घावरी आदि के भी मंच लगेंगे।

गोगानवमी पर निकाले जाएंगे निशान
वीर गोगादेव की जयंती आज मनाई जाएगी। सुबह पंढरीनाथ स्थित मंदिर पर जहां विशेष शृंगार सहित पूजन-हवन का आयोजन हुआ, वहीं शाम को वाल्मीकि बस्तियों से निशाल निकलेंगे। इनका राजबाड़ा पर स्वागत होगा। झांकियां और अखाड़े भी शामिल होंगे। भजन मंडलियां जुलूस में शामिल होंगी। शाम को निकलने वाले छड़ी निशानों को लेकर वाल्मीकि बस्तियों में तैयारियां अभी से शुरू हो गई हंै। गोगादेव मंदिर पर भी दर्शन के लिए कतार लगने लगी। नगर निगम स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने आज सुबह शहर की सफाई कर कचरा उठाया। कल इनकी छुट्टी रहेगी।

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