श्वेता विजय जैन, बरखा सोनी, श्वेता स्वप्निल जैन, आरती दयाल और सीमा यादव को जिला जेल भेज दिया गया है। सभी को अलग-अलग बैरक में रखा गया है। महिला पुलिसकर्मी मोनिका पर नजर रखे हैं। पांचों महिला आरोपियों को रिमांड पर लेने के बाद पुलिस भोपाल और अन्य जगह लेकर गई थी। भोपाल के एक सरकारी बंगले में गुप्त पूछताछ की है।
कॉल डिटेल में मिला टीआई का नंबर
वहीं, श्वेता जैन की कॉल डिटेल में भोपाल में पदस्थ रह चुके एक टीआई का नंबर मिला है। यह टीआई इंदौर में भी रह चुका है। सागर ट्रांसफर होने के बाद कॉलगर्ल्स रैकेट से संपर्क होने के चलते हटाया गया था। इसकी श्वेता से लगातार बात होती थी। श्वेता अक्सर इस टीआई के साथ पार्टी में नजर आती थी। इन महिलाओं से संपर्क रखने वाले लोगों की कॉल डिटेल पुलिस खंगाल चुकी है।
जांच में पता चला है कि श्वेता विजय जैन और आरती भोपाल के 10 गर्ल्स हॉस्टल की लड़कियों के संपर्क में थीं। गर्ल्स हॉस्टल की एक दो लड़कियों से दोस्ती करने के बाद ये उनकी जरूरते पूरी करने लगती थीं और जब युवती उनके झांसे में आ जाती थी अन्य युवतियों से भी संपर्क किया जाता था। आरती दयाल के लैपटॉप में पुलिस को कुछ स्क्रीन शॉट मिले थे।
एसआइटी ने जब्त किए अहम सबूत
एसआइटी ने बेगूलूरी से कई अहम दस्तावेज और सबूत जब्त किए हैं। श्वेता ने वहां सॉफ्टवेयर कंपनी चलाने वाले संतोफ को गुप्त कैमरों से बनाए वीडियो, फोटो औऱ अन्य दस्तावेज रखने का काम दिया था।