भाजपाई वायरल कर रहे संघ प्रमुख का संदेश
नोटा पर संघ प्रमुख मोहन भागवत का बयान भी आया है। उन्होंने कहा, नोटा का विकल्प हमारे हित में नहीं है। उपलब्ध प्रत्याशियों में से जो सर्वाधिक योग्य लगे, उसे मत देने में ही समझदारी है। भागवत के इस बयान का भाजपा जोर-शोर से प्रसार कर रही है। प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा और मोहन कैबिनेट के मिनिस्टर और इंदौर विधायक कैलाश विजयवर्गीय समेत भाजपा के कई नेता इस बयान को सोशल मीडिया में साझा कर रहे हैं।भाजपा ने बनाई रणनीति
भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने इंदौर भाजपा के नेताओं की बैठक बुलाई। इसमें पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, डिह्रश्वटी सीएम जगदीश देवड़ा, लोकसभा प्रत्याशी शंकर लालवानी, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय व तुलसी सिलावट शामिल हुए। बैठक में नोटा की मुहिम को कमजोर करने पर रणनीति बनाई गई। हालांकि, नेताओं ने इससे इंकार किया।हाईकोर्ट ने रद्द की याचिका
इधर, जबलपुर हाईकोर्ट की युगल पीठ ने मतदान अनिवार्य करने की मांग वाली याचिका रद्द कर दी। कोर्ट ने कहा, मतदान करना है या नहीं, यह नागरिकों की स्वतंत्रता का विषय है।भाजपा का आरोप
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का कहना है कि, कांग्रेस के अध्यक्ष इंदौर की जनता को नोटा पर वोट डालने के लिए कह रहे हैं। ये लोकतंत्र को कमजोर करने का प्रयास है। जनता को यह समझना है कि कांग्रेस लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश कर रही है।कांग्रेस की अपील
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि भाजपा चुनौती दे रही है। इस राजनीतिक माफिया से लड़ना होगा। ये लड़ाई लोकतंत्र की हत्या के खिलाफ है। इंदौर के लोगों के सामने कई विकल्पों में नोटा भी है। नोटा दबाकर संदेश देना चाहिए कि, ये कृत्य गलत है।2019 में सबसे ज्यादा रतलाम में था नोटा
लोकसभा सीट——-2019——–2014
-देवास ———-0.51———–0..63-उज्जैन———-0.61———–0.81
-मंदसौर———0.54————0.53
-रतलाम———1.91———–1.78
-धार————–1.00———-0.93
-इंदौर————0.21———–0.28
-खरगोन——–1.00————1.30
-खंडवा———0.84————-0.97