पुलिस कंट्रोल रूम पर मंगलवार को आयोजित पुलिस जनसुनवाई में शिकायतकर्ता अंकुश जैन और उनकी पत्नी श्वेता निवासी अनुराग नगर ने डीआईजी हरिनारायणाचारी मिश्र के समक्ष लाखों की ठगी के मामले में शिकायत की है। अंकुश ने बताया कि वे पेशे से ठेकेदार हैं। उनकी पत्नी श्वेता बच्चों को आईल्स व टफेल नामक कोर्स की तैयारी कराती है। दो माह पूर्व उनकी पत्नी से डेल्टा कंसलटेंसी के कर्ताधर्ता निमेश पटेल, वीरेंद्र सिंह उर्फ भौमिक पटेल, जयश राठी व शैफाली पटेल ने संपर्क किया। सभी ने कंसलटेंसी की मदद से बच्चों को विदेश में भेजने व नौकरी दिलाने के बारे में बताया। फिर इसके लिए उन्होंने कंपनी के ठेकेदार की जरूरत होना बताया जो शहर का निवासी होना चाहिए। उन्होंने ने कंपनी का दफ्तर पूर्व में आर्बिट मॉल होना बताया। फिर कर्ताधर्ताओं ने उनकी पत्नी से उनके सभी छात्रों से संपर्क करना शुरू कर दिया। इसके बाद ठग ने छात्र नवजोत सिंह, तेजेंद्रर सिंह, जसविंदर सिंह, हजौत सिंह, संदीप सिंह, गुरजीत सिंह संधु, जसकीरत सिंह, निशान सिंह सहित कई छात्रों से विजयनगर स्थित बंधन बैंक के बताए खाते में करीब ५० लाख रुपए जमा करा लिए।
केरल और गुजरात तक में कर चुके हैं ठगी आरोपी ने शिकायतकर्ता से उनकी पत्नी को विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर चालीस हजार लिए। इसके बाद जो छात्र उनके परिचित हैं उनसे भी लाखों केस प्रक्रिया के नाम पर ले लिए। ठग ने इन रुपयों से मोबाइल खरीदे। बाद में उन्हें डेल्टा कंसलटेंसी के कर्ताधर्ताओं पर संदेह हुआ। इसके बाद उन्होंने कर्ताधर्ताओं के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला की सभी केरल और गुजरात के युवाओं से भी इसी तरह से लाखों की ठगी कर चुके हैं। वहां की पुलिस ने सभी के खिलाफ केस दर्ज किया है। इधर, मामले की गंभीरता को समझते हुए अधिकारियों ने त्वरित जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है।