छावनी अनाज मंडी शहर के मध्य में होने से कारोबार प्रभावित हो रहा है। व्यापारी वर्षों से मंडी शहर से बाहर शिफ्ट करने की मांग उठा रहे हैं। गुरुवार को प्रदेश के तीन मंत्री सज्जनसिंह वर्मा, जीतू पटवारी और तुलसी सिलावट व्यापारियों के बीच पहुंचे तो उन्होंने परेशानियां बताते हुए मंडी शिफ्ट करने की मांग की।
एमडी ने २०० एकड़ की जताई जरूरी
मंडी शिफ्ट किए जाने के लिए व्यापारी एकमत तो हैं, लेकिन जगह को लेकर संगठन में एक राय नहीं है। अनाज तिलहान संघ कैलोद करताल में प्रशासन द्वारा दी जा रही जमीन पर मंडी विकसित किए जाने के पक्ष में है। दूसरी ओर व्यापारी महासंघ १०० एकड़ जमीन की आवश्यकता बताते हुए बायपास, खासकर ट्रेंचिंग ग्राउंड की जमीन पर मंडी विकसित किए जाने का पक्षधर है।
वर्तमान स्थान काफी छोटा है। कैलोद करताल में मसाला मंडी के नाम से जमीन चिह्नित की गई है। इंदौर शहर में २०० एकड़ जमीन मिलना मुश्किल है। बड़ी जगह नहीं मिलने तक मंडी वैकल्पिक रूप से कैलोद करताल में शिफ्ट की जाए।
— वर्तमान मंडी से कुछ अधिक जमीन कैलोद करताल टेकरी पर है, जो मंडी के लिए उपयुक्त नहीं है। बायपास के पास, खासकर ट्रेंचिंग ग्राउंड की जमीन पर मंडी शिफ्ट करना चाहिए। निगम से जमीन लेकर उसे छावनी अनाज मंडी की जगह दे देना चाहिए।
-गोपालदास अग्रवाल, अध्यक्ष, व्यापारी महासंघ