निगम का टारगेट है कि कान्ह-सरस्वती नदी और शहर के 6 बड़े नालों में गिरने वाले ड्रैनेज को इसी साल बंद कर दिया जाए। तकरीबन 1160 आउटफॉल चिन्हित कर जेडओ, अमृत प्रोजेक्ट और जलयंत्रालय एवं ड्रेनेज विभाग के अफसरों को नाला टेपिंग को कहा गया, लेकिन वे गंभीरता नहीं दिखा रहे। इसकी पोल कल खुल गई, जब निगम आयुक्त आशीष सिंह चंद्रभागा पुल पहुंच गए। कान्ह नदी में 6 आउटफॉल्स गिरते दिखे। जिम्मेदार अफसरों को मौके पर तलब कर सवाल किया तो वे बगले झांकने लगे। आयुक्त काफी नाराज हुए और उन्होंने हरसिद्धी जोन के सब-इंजीनियर राकेश शर्मा के खिलाफ कार्रवाई कर एक महीने की तनख्वाह रोक दी। साथ ही नाला टेपिंग में लापरवाही बरतने पर सभी 19 जोन के जेडओ को फटकार लगाते हुए आज सुबह 7 बजे से अपने-अपने क्षेत्र में नदी-नालों के आउटफाल्स चेक करने लापरवाही पर सस्पेंड करने की हिदायत दी। इसके बाद आज सुबह से जेडओ ने मैदान पकड़ लिया।
बढ़ सकती है आउटफाल्स की संख्या
निगम की लिस्ट में दर्ज आउटफाल्स में से कितने बंद हुए और कितने चालू हैं, इसकी रिपोर्ट तैयार करने निकले जेडओ को निर्देशित किया गया है कि अगर इनके अतिरिक्त आउटफाल्स मिलते है, तो उन्हें भी लिस्ट में शामिल करें।
कल किया अफसरों को तलब
आउटफाल्स की रिपोर्ट लेकर आयुक्त ने सभी जेडओ, अमृत प्रोजेक्ट के अफसर और जलयंत्रालय एवं ड्रेनेज विभाग के अफसरों को कल सिटी बस ऑफिस में शाम 4 बजे तलब किया है। बैठक में आयुक्त नाला टेपिंग और आउटफॉल्स की समीक्षा करेंगे। एक-दो लापरवाह जेडओ पर कार्रवाई हो सकती है।