विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चिक्कोडी में केएलई इंग्लिश मीडियम स्कूल का उद्घाटन किया, जहां उन्होंने सहायक आयुक्त के रूप में आईएफएस प्रोबेशनर के रूप में काम किया था। राजनीतिक घटनाक्रम भी खूब चला। कांग्रेस से भाजपा में वापस आए पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर को भाजपा के स्थानीय नेताओं के एक वर्ग के विरोध के बावजूद बेलगाम संसदीय क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लडऩे का मौका मिला था। शेट्टर ने महिला एवं बाल कल्याण मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर के बेटे कांग्रेस उम्मीदवार मृणाल हेब्बालकर के खिलाफ चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी। चिक्कोडी संसदीय क्षेत्र में लोक निर्माण और जिला प्रभारी मंत्री सतीश जारकीहोली की बेटी कांग्रेस उम्मीदवार प्रियंका जारकीहोली ने मौजूदा भाजपा सांसद अन्नासाहेब जोले को हराकर अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की और इस क्षेत्र में भगवा पार्टी को करारा झटका दिया। दूसरी ओर, अक्टूबर में चेन्नम्मा कित्तूर में रानी चेन्नम्मा की अंग्रेजों पर जीत के 200 वें वर्ष का जश्न बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। पहली बार, चेन्नम्मा की जीत के उपलक्ष्य में बेलगावी में कार्यक्रम आयोजित किए गए थे। रानी चेन्नम्मा की लेफ्टिनेंट सांगोली रायन्ना की बहादुरी को याद करने के लिए सांगोली में सांगोली उत्सव का आयोजन किया गया और बेलवाडी में रानी मल्लम्मा की याद में बेलवाडी मल्लम्मा उत्सव का आयोजन किया गया, जिनकी सेना में केवल महिलाएं थीं।
एक और घटना जिसने लोगों का ध्यान खींचा, वह थी सड़क विवाद। स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत पुरानी पीबी रोड को एसपीएम रोड से जोडऩे वाली सड़क को कर्नाटक उच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार बंद कर दिया गया था। सड़क को बंद कर दिया गया था क्योंकि भूमि मालिक ने अधूरी भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया पर आपत्ति जताई थी। इसके अलावा, बेलगावी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज जिला अस्पताल में कथित लापरवाही और ऑक्सीजन सुविधाओं की कमी के कारण 160 से अधिक शिशुओं की मौत भी नवंबर में सुर्खियों में रही थी। कर्नाटक राज्योत्सव समारोह में जुलूस में पांच लाख से अधिक लोगों ने भाग लिया। यहां सुवर्ण विधानसौधा में आयोजित राज्य विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के बाद, वर्ष के अंत में 1924 में महात्मा गांधी की अध्यक्षता में यहां आयोजित 39वें कांग्रेस सत्र की शताब्दी मनाई गई।