नई दिल्ली। Twin Town: जब भी हम इस बात को सुनते हैं कि भारत में एक गांव ऐसा भी है जहां जुड़वाँ बच्चे पैदा होते हैं। तो ये सुनने में थोड़ा अटपटा लगता है कि ये कैसे हो सकता है। परन्तु ये बात एक दम सच है। केरला में एक जिला है जिसका नाम मलापुरम है, इस जिले के गांव में जुड़वा बच्चे पैदा होते हैं। जो कि बहुत हैरान कर देने वाली बात है। इस गांव का नाम कोडिन्ही है। आज भी दूर-दूर से लोग इस गांव को देखने आते हैं। और जो भी इन्हें देखता है वे अचंभित हो उठता है कि ये कैसे हो सकता है। ये बात तो सच ही है कि कुदरत के खेल के आगे हम सब फीके हैं। कई बार वैज्ञानिकों का समूह भी यहां जांच-पड़ताल करने आया है कि ये कैसे हो सकता है।
ताजुब की बात है कि एक-दो नहीं लगभग 400 बच्चे यहां जुड़वा पैदा हुए हैं। 2016 में यहाँ पर एक रिसर्च करने एक टीम भी आई थी। यहाँ पर हैदराबाद स्थित सेंटर फॉर सेलुलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी, केरला यूनिवर्सिटी ऑफ़ फिशरीज एंड ओसियन स्टडीज, लंदन यूनिवर्सिटी और जर्मनी के रिसर्चर्स भी यहां आए थे। उन्होंने बहुत सारे बच्चों के सैंपल लिए। बच्चों के बाल और उनके लार के ऊपर अनेकों रिसर्च किए गए कि ऐसा क्यों होता है। लेकिन आज भी ये बात सिर्फ एक रहस्य ही बनी हुई है। और अभी तक वैज्ञानिकों को भी इस रहस्य के बारे में कुछ नहीं पता चला है।
देश-दुनिया में सबकी नजर इस गांव में टिकी रहती है क्योंकि यहाँ लगभग 220 जुड़वा बच्चे हैं। माना जाता है कि इस जगह को भगवान का आर्शीवाद मिला हुआ है। क्योंकि जहां बहुत ही कम तादात में जुड़वा बच्चे देखने को मिलते हैं। वहीँ इस गांव में एक-साथ इतने जुड़वाँ बच्चे जन्म लेते हैं।
गांव में जुड़वा बच्चे होने की शुरआत की बात करें तो अब्दुल हमीद और उनकी बहन कुन्ही कदिया से हुई है। ये लोग गांव में बूढ़े-बुजुर्ग हैं। दो साल ऐसा नहीं होता था। लेकिन अब इस गांव में अधिकतर जुड़वा बच्चे देखने को मिल जाते हैं।