एक दिन उनके नाक में पहले की तुलना में ज्यादा दर्द होने लगा। उन्होंने ये बात अपने परिवार को बताई। उन्हें नाक में कुछ फंसे होने की आशंका हुई तो उन्होंने अपने दोनों कान में रुई लगाई और बायीं तरफ के नाक के छेद से सांस रोकी। दाएं छेद से उन्होंने जैसे ही सांस छोड़ी, उनके नाक से एक सिक्का बाहर निकल आया। सिक्के को देखकर उमेर और उनके परिवार वाले हैरान हो गए।
वहीं नर्सरी में काम करने वाली उमेर कमर की मां नफसीन ने बताया कि उन्हें भी इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी। बचपन में उमेर ऐसी कई तरह की शैतानियां करते थे जो उन्हें बताते भी नहीं थे। वहीं नाक में से सिक्का निकलने की घटना से वो भी काफी हैरान हैं। वहीं नाक से सिक्का निकलने के बाद से नाक को काफी आराम महसूस हो रहा है।
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लंदन के सेंट थॉमस हॉस्पिटल के प्रोफेसर क्लेयर हॉपकिंस का कहना है कि छोटे बच्चों को अपने नाक-कान के अंदर कुछ न कुछ डालने की आदत होती है। ऐसे में छोटा सिक्का नाक के अंदर चले गया होगा, जिसे बच्चे अक्सर भूल जाते हैं। दूसरी तरफ नाक में घाव होने के बाद डॉक्टर्स भी इस बात का पता नहीं लगा पाये की नाक में सिक्का है। ऐसी कई समस्याएं होती हैं जिनका निदान बड़े से बड़े डॉक्टर नहीं निकाल पाते हैं।